हरियाणा में मंडियों से लेकर खरीद केंद्रों तक किसान खट्टर सरकार की बदइंतजामी का शिकार है। मंडियों में तिरपाल तक की व्यवस्था न होने से बारिश में लाखों बोरी गेहूं भीग चुका है। अब सरकार की नमी की शर्त किसानों के लिए संकट है। बारदाना है नहीं। मंडियों में बोरियों को सिलने तक की व्यवस्था नहीं है। मंडियों में पड़े गेहूं को कोई उठाने वाला नहीं है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद गेहूं खरीदने की शर्त मुश्किल का सबब बन गई है। यहां तक कि गेहूं बेच चुके किसान को भुगतान तक नहीं मिल पा रहा है। कांग्रेस ने इस बदइंतजामी को मनोहर लाल खट्टर की सरकार का निकम्मापन करार दिया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि गेहूँ व सरसों खरीद में किसान-आढ़ती-मजदूर की आए दिन हो रही दुर्गति तथा बदइंतजामी बीजेपी-जेजेपी सरकार के निकम्मेपन का जीता जागता सबूत है।
उन्होंने कहा है कि कल रात से पूरे उत्तरी हरियाणा समेत अधिकांश हरियाणा में हो रही बारिश ने धरतीपुत्र किसान का पीला सोना यानि गेहूँ पानी में बहा दिया तथा खट्टर सरकार के दावों की सारी पोल खोल दी। अनाज मंडी, करनाल, निसिंग, जुंडला, निगदू, घरौंडा, असंध, निलोखेड़ी, कैथल, गुहला चीका, पुंडरी, पाई, ढाँड, इस्माईलाबाद, शाहबाद, पेहवा, झांसा, बिलासपुर, जगाधरी, यमुना नगर, रोहतक में भारी बारिश से लाखों क्विंटल गेहूँ न केवल भीग गया, परंतु सरकार की इस बदइंतजामी के चलते किसान-आढ़ती बर्बादी की कगार पर आ खड़ा हुआ है।
Published: undefined
खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के जिले करनाल में बदहाली का आलम है तथा सभी मंडियों व गेहूं खरीद केंद्रों में किसान व आढ़ती की दुर्दशा सुनने वाला कोई नहीं है। एक तरफ आज तक वेब पोर्टल सुचारु रूप से नहीं चल रहा है तो दूसरी तरफ किसान को डायरेक्ट पेमेंट की शर्तों को लेकर आढ़तियों और सरकार में सहमति नहीं बन पाई है। ऊपर से 12 प्रतिशत से अधिक नमी होने पर किसान की फसल को खरीदने से इंकार किया जा रहा है।
सरकार ने 24 घंटे में गेहूं के उठान का वादा किया था, परंतु 4-5 दिन से गेहूँ मंडियों में पड़ा है। सरकार बोली के जरिये गेहूं भी नहीं खरीद रही है। अब जिन किसानों व आढ़तियों का लाखों क्विंटल गेहूं मंडियों, खरीद केंद्रों व खेतों में बारिश से भीग गया है वह उस नुकसान की भरपाई कैसे करेंगे? इसके अलावा न बारदाना है, न सिलाई का इंतजाम, न ढुलाई की व्यवस्था और न ही मंडी में पड़े गेहूं को तिरपाल से ढंकने का कोई इंतजाम। ऐसे में किसान व आढ़ती करे तो क्या करे?
Published: undefined
इस बीच कांग्रेस ने हरियाण सरकार से जनता और किसानों की तरफ से 6 मांगे उठाई हैं:
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined