हालात

बीमार पिता को बैठा 1200 किमी साईकिल चलाने पर किया मजबूर, अब ‘ब्रांड एंबेसडर’ बनाएगी मोदी सरकार

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि उनका मंत्रालय ज्योति को ब्रांड एंबेसडर बनाने पर विचार करेगा। उन्होंने कहा कि ज्योति ने विपरीत हालात में अदम्य साहस का परिचय देते हुए जो किया है, वह अद्भुत है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

देश में अचानक लगाए गए लॉकडाउन के कारण हरियाणा के गुरुग्राम से 1200 किलोमीटर साइकिल चलाकर अपने बीमार पिता को दरभंगा पहुंचाने वाली 15 साल की ज्योति की केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सराहना करते हुए कहा कि उनका मंत्रालय इस किशोरी को ब्रांड एंबेसडर बनाने पर विचार करेगा। उन्होंने कहा, “ज्योति ने विपरीत हालात में अदम्य साहस का परिचय देते हुए जो किया है, वह अद्भुत है। मैं चाहता हूं कि ऐसे प्रतिभावान युवक-युवतियों को प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाने का काम अवश्य किया जाना चाहिए।"

Published: 23 May 2020, 11:11 PM IST

दरभंगा के सिरहुल्ली गांव की ज्योति लॉकडाउन के दौरान अपने बीमार पिता को साइकिल के कैरियर पर बिठाकर लगातार 1200 किलोमीटर पैडल मारती हुई गुड़गांव से दरभंगा लेकर पहुंची थी। अब उसके इसी काम की मोदी सरकार के मंत्री अश्विनी चौबे सराहना कर रहे हैं। लेकिन वह भूल गए कि ज्योति को ये अत्यंत कठिन काम के लिए मजबूर उन्हीं की सरकार ने किया है। उन्हीं की सरकार द्वारा अचानक लगाए गए लॉकडाउन से काम-धंधा बंद होने के कारण करोड़ों लोगों के सामने जीने-मरने की नौबत आ गई और उन्हीं में से एक ज्योति और उसके पिता भी है।

Published: 23 May 2020, 11:11 PM IST

केंद्रीय मंत्री की ज्योति को ब्रांड एंबेसडर बनाने की बात जख्म भी हम देंगे, और मरहम भी हम लगाएंगे जैसी है। केंद्रीय मंत्री को ज्योति से अपनी सरकार की तरफ से माफी मांगनी चाहिए थी। जब उसे मदद की जरूरत थी तो उनकी सरकार मुंह मोड़े खड़ी थी और अब बिहार में पहुंचने पर अपनी राजनीति चमकाने के लिए उसे ब्रांड एंबेसडर बनाने की बात हो रही है। इससे सरकार का दोहरापन साफ झलकता है।

Published: 23 May 2020, 11:11 PM IST

गौरतलब है कि ज्योति की प्रशंसा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवंका ट्रंप ने भी की है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ज्योति को एक लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की है। इस बीच बिहार की एक स्वयंसेवी संस्था ने ज्योति को नि:शुल्क शिक्षा देने और उनके पिता मोहन पासवान को नौकरी देने का प्रस्ताव दिया है। डॉ़ गोविन्द चंद्र मिश्रा एजुकेशनल फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ़ गोविंद चंद्र मिश्रा ने शनिवार को ज्योति से मुलाकात कर इस संबध का एक प्रस्ताव पत्र सौंपा। संस्था ने मोहन पासवान को संस्था के अंतर्गत संचालित सिग्नेट इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल और सुखचंद्र मिश्रा आईटीआई कॉलेज में नौकरी देने का प्रस्ताव दिया है।

Published: 23 May 2020, 11:11 PM IST

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Published: 23 May 2020, 11:11 PM IST