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हाथरस कांड: CBI की चार्जशीट पर पीड़िता की मां-भाभी सिसकती हुई बोलीं- हम कहते रहे, लेकिन यूपी पुलिस...

सीबीआई की चार्चशीट की खबर मिलने के बाद पीड़िता पूरा परिवार भावुक नजर आया। पीड़िता के भैया ने कहा कि हम जानते हैं कि इससे हमारी बहन वापस नहीं जाएगी, लेकिन यह ऐसा है जिससे हमें खुशी नहीं मिलेगी, मगर इसे ऐसे देखा जाए कि कम से कम हम जो बोल रहे थे वो सही था।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप और मर्डर केस में सीबीआई द्वारा चार्जशीट दाखिल करने के बाद पीड़िता के परिवार की प्रतिक्रिया सामने आई है। इंडिया टुडे से बातचीत में सीबीआई की चार्जशीट पर पीड़िता की भाभी ने कहा कि उनकी ननद का अंतिम बयान बेकार नहीं गया। उन्होंने कहा कि हम यह कहते रहे कि लड़कों ने उसकी इज्जत लूटी, लेकिन यूपी पुलिस यह मामने को तैयार नहीं थी। यूपी पुलिस ने हमें पहले दिन से परेशान किया। पीड़िता की भाभी ने कहा कि हम अपने रीति-रिवाजों में अविवाहित लड़की का अंतिम संस्कार नहीं करते हैं, हम उसे दफनाते हैं।

Published: 19 Dec 2020, 10:30 AM IST

सीबीआई की चार्चशीट की खबर मिलने के बाद पीड़िता पूरा परिवार भावुक नजर आया। पीड़िता के भैया ने कहा कि हम जानते हैं कि इससे हमारी बहन वापस नहीं जाएगी, लेकिन यह ऐसा है जिससे हमें खुशी नहीं मिलेगी, मगर इसे ऐसे देखा जाए कि कम से कम हम जो बोल रहे थे वो सही था।

वहीं, पीड़िता की मां घर में रोती दिखीं। पीड़िता की मां ने कहा कि मैंने सपना देखा कि वह चारपाई पर बैठकर चाय पी रही है। उन्होंने कहा कि वह अब भी मेरे सपने में आती है। हमें अब भी यकीन नहीं होता है कि वह अब दुनिया में नहीं है।

Published: 19 Dec 2020, 10:30 AM IST

सीबीआई की ओर से शुक्रवार को एससी/एसटी अदालत में सभी चारों आरोपियों संदीप, रवि, रामू और लव-कुश के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए गए। सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ हत्या, रेप, गैंगरेप, एससी/एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में चार्जशीट दायर की है। गैंगरेप पीड़िता ने 22 सितंबर को अपनी मौत से पहले बयान में कहा था कि उसके साथ रेप हुआ था जो सीबीआई की दो हजार पन्नों के चार्जशीट का प्राथमिक आधार बना है।

Published: 19 Dec 2020, 10:30 AM IST

हाथरस गैंगरेप और हत्या मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया था, जब पुलिस ने आधी रात को जबरन पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया था। परिजन शव को घर तक ले जाने की मांग करते रहे, रोते बिलखते रहे, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनीं। उस समय परिजनों ने कहा था कि बिना उनकी सहमति के उनकी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। काफी दबाव के बाद यूपी की योगी सरकार इस मामले को सीबीआई को सौंपने को तैयार हुई थी।

Published: 19 Dec 2020, 10:30 AM IST

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Published: 19 Dec 2020, 10:30 AM IST