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'भारत को चीन की शर्तों पर संबंध सामान्य बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है', PM मोदी के चीन दौरे पर जयराम रमेश

जयराम रमेश का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और चीन की "जुगलबंदी" का खुलासा हमारे ही सैन्य प्रतिष्ठान ने किया था, लेकिन अब उसे मानो भुला दिया गया है।

PM मोदी के चीन दौरे को लेकर जयराम रमेश ने सवाल उठाए हैं।
PM मोदी के चीन दौरे को लेकर जयराम रमेश ने सवाल उठाए हैं। फोटोः सोशल मीडिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर जापान पहुंच गए हैं। इसके बाद पीएम मोदी को चीन के दौरे पर जाना है। कांग्रेस ने पीएम मोदी के चीन दौरे को लेकर सवाल उठाए हैं। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारत को चीन की शर्तों पर उसके साथ संबंध सामान्य बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

जयराम रमेश ने यह भी कहा कि इस बात को भुला ही दिया गया है कि कुछ महीने पहले 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान चीन, पाकिस्तान के साथ खड़ा था।

प्रधानमंत्री मोदी 29 अगस्त से जापान और चीन की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। अपनी यात्रा के पहले चरण में मोदी जापान पहुंच गए हैं। जापान से प्रधानमंत्री चीन की यात्रा करेंगे जहां वह मुख्यतः शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

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रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "अक्सर विदेश भ्रमण पर रहने वाले और उससे भी ज़्यादा अक्सर झूठ बोलने वाले प्रधानमंत्री इस बार जापान और चीन की यात्रा पर हैं। उनकी चीन यात्रा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। "

उन्होंने दावा किया, "हमें चीन के साथ संबंध सामान्य करने के लिए मजबूर किया जा रहा है और वह भी ज़्यादातर उसकी शर्तों पर। चीन, भारत-अमेरिका संबंधों में आई गिरावट का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है। "

उनका कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और चीन की "जुगलबंदी" का खुलासा हमारे ही सैन्य प्रतिष्ठान ने किया था, लेकिन अब उसे मानो भुला दिया गया है।

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कांग्रेस नेता ने दावा किया, "प्रधानमंत्री का 19 जून, 2020 का वह अत्यंत विचित्र और कायराना बयान, जिसमें उन्होंने कहा था - ‘‘ना कोई हमारी सीमा में घुसा है, ना ही कोई घुसा हुआ है’’ , हमारी बातचीत की क्षमता को गंभीर रूप से कमज़ोर कर गया। उसी बयान के कारण भारत के पास अब बहुत कम गुंजाइश बची है।"

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उन्होंने कहा, "इधर प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर निकल चुके हैं, उधर मई 2023 की घटनाओं के बाद से त्रस्त मणिपुर की जनता अब भी उनके आगमन की प्रतीक्षा कर रही है, ताकि घावों पर मरहम लग सके। लेकिन प्रधानमंत्री न तो राज्य के नेताओं से संवाद करने को तैयार हैं, न राजनीतिक दलों से, न नागरिक संगठनों से और न ही आम जनता से। "

रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर को पूरी तरह उसके हाल पर छोड़ दिया है।

उन्होंने दावा किया कि मणिपुर गृह मंत्री अमित शाह की भारी नाकामी का जीता-जागता, दुखद प्रमाण है।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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