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UP: नाराज पत्नी को मनाने के लिए सिपाही ने छुट्टी के लिए अफसर को लिखा अनोखा पत्र, कहा-महीनेभर पहले ही हुआ गौना

पत्नी की नाराजगी से परेशान यूपी पुलिस के सिपाही द्वारा एडिशनल एसपी को लिखे पत्र को अपर पुलिस अधीक्षक ने स्वीकार कर लिया है और कांस्टेबल को 5 दिन का आकस्मिक अवकाश स्वीकृत कर दिया है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

यूपी के महराजगंज जिले से एक सिपाही द्वारा छुट्टी के लिए आवेदन का अनोखा मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर सिपाही द्वारा एएसपी को लिखे गए लीव एप्लीकेशन अब वायरल हो रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक को भेजे गए पत्र में सिपाही ने लिखा कि एक महीने पहले ही शादी हुई है और ड्यूटी से छुट्टी न मिलने के कारण पत्नी नाराज है। कॉल करने पर मोबाइल फोन मां को पकड़ा देती है। पत्नी की नाराजगी से परेशान सिपाही द्वारा एडिशनल एसपी को लिखे इस पत्र को अपर पुलिस अधीक्षक ने स्वीकार कर लिया है और कांस्टेबल को 5 दिन का आकस्मिक अवकाश स्वीकृत कर दिया है।

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आपको बता दें, नौतनवा थाना क्षेत्र की पीआरबी पर तैनात सिपाही 2016 बैच का है, वह मऊ जिले का रहने वाला है। वर्तमान में वह भारत-नेपाल सरहद के नौतनवां थाना के पीआरबी में तैनात है। सिपाही की शादी पिछले माह हुई थी। विदाई के बाद वह पत्नी को घर छोड़ ड्यूटी पर चला आया था। सिपाही ने अपनी पत्नी को आश्वासन दिया था कि भतीजे के जन्मदिन में वह एक सप्ताह की छुट्टी पर आएगा। लेकिन पत्नी उसका फोन रिसीव नहीं कर रही थी। जिसके बाद सिपाही ने अपने भतीजे के जन्मदिन पर 7 दिन का अवकाश मांगा। वहीं, इस मार्मिक पत्र के बाद अपर पुलिस अधीक्षक आतिश सिंह ने मंजूर कर लिया।

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उधर, अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की उनकी जरूरत के मुताबिक अवकाश स्वीकृत किया जाता है। इस बात का भी विशेष ध्यान दिया जाता है कि अवकाश के चलते शांति व्यवस्था में कोई व्यवधान ना हो पाए।

सिपाही गौरव ने लीव एप्लिकेशन के बाद IG को लेटर लिखकर ट्रांसफर की रिक्वेस्ट भी की है। IG को जो लेटर लिखा है। उसमें कहा हैं, "मैं वर्तमान में नौतनवां थाने पर PRV में तैनात हूं। मेरा गृह जनपद मऊ है। मेरे दो भाई हैं। एक सब-इंस्पेक्टर हैं, जो चंदौली में तैनात हैं। दूसरा भाई टीचर हैं, जो गाजीपुर में तैनात हैं। मेरी मां की तबीयत ठीक नहीं रहती। उनके इलाज के लिए बार-बार मुझे 220 किमी दूर घर जाना पड़ता है। इसमें बहुत परेशानी होती है। अगर मेरा ट्रांसफर आजमगढ़ कर दिया जाए, तो मैं अपनी मां का सही से इलाज करा पाऊंगा।

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