हालात

महाराष्ट्र: कांग्रेस ने EVM से छेड़छाड़ की जताई आशंका, सीईसी को पत्र लिखकर स्ट्रांग रूम में जैमर लगाने की मांग

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने सीईसी को लिखे पत्र में कहा कि लगता है कि गिनती से पहले ईवीएम को जिन स्ट्रांग रूम में रखा गया है, उसके आसपास नेटवर्क जैमर लगाना जरूरी है। लोगों के मन में इस बात का डर है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईसी) को पत्र लिखा हैं। थोराट ने अपने पत्र में ईवीएम से छेड़छाड़ की बात कही है।

Published: 23 Oct 2019, 8:35 AM IST

बालासाहेब थोराट ने पत्र में लिखा, “हमें लगता है कि गिनती से पहले ईवीएम को जिन स्ट्रांग रूम में रखा गया है, उसके आसपास नेटवर्क जैमर लगाना बेहद जरूरी है। लोगों के मन में इस बात का डर है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है। ऐसे में जल्द से जल्द राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों के ईवीएम की सुरक्षा को लेकर नेटवर्क जैमर लगाए जाएं।”

इसे भी पढ़ें: सतारा में ईवीएम का कोई भी बटन दबाने पर बीजेपी को जा रहा था वोट, चुनाव आयोग के अफसरों ने भी मानी गड़बड़ी

Published: 23 Oct 2019, 8:35 AM IST

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष ने यह मांग ऐसे समय में की है, जब ईवीएम पर गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा के लिए सोमवार को हुए मतदान के दौरान कई जगहों से ईवीएम में खराबी की खबरें आईं। इस बीच एक खबर ने सभी को चौंका दिया। महाराष्ट्र टाइम्स में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक महाराष्ट्र के सतारा में एक पोलिंग बूथ पर वोटर किसी भी पार्टी को वोट देने के लिए बटन दवा रहे थे, लेकिन वोट बीजेपी को ही जा रहा था।

Published: 23 Oct 2019, 8:35 AM IST

सतारा जिले की कोरेगांव सीट पर मतदान के दौरान नावलेवाड़ी गांव में वोटिंग मशीन की यह गड़बड़ी जब तक पकड़ में आती, तब तक करीब 200 लोग वोट डाल चुके थे। पोलिंग बूथ पर मौजूद चुनाव आयोग के अधिकारियों ने भी इस गड़बड़ी तो स्वीकार किया। गड़बड़ी पकड़ में तब आई जब वोटरों ने किसी और उम्मीदवार को वोट दिया, लेकन वीवीपैट पर्ची में बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया जाना अंकित हुआ। इसके बाद गांव वालों ने मामले को पोलिंग बूथ पर मौजूद अफसरों को बताया, तब कहीं जाकर इस मशीन को बदला गया।

शुरुआत में पोलिंग अफसरों ने इस शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया, लेकिन बाद में पुलिस ने मामले में दखल दिया और खुद मशीन की जांच की तो गांव वालों का दावा सही पाया गया। इसके बाद ही इस मशीन को बदल दिया गया।

Published: 23 Oct 2019, 8:35 AM IST

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: 23 Oct 2019, 8:35 AM IST