हालात

UKSSSC पेपर लीक: उत्तराखंड STF के हत्थे चढ़ा मास्टरमाइंड का राइट हैंड, इंटर स्टेट गैंग के भंडाफोड़ की तैयारी

बयानों और जांच के आधार पर ये भी पता चला है कि उत्तराखंड नकल माफियाओं के तार उत्तर प्रदेश के शातिर लोगों से भी जुड़े हैं। इस पूरे मामले में अंतरराज्यीय नकल माफिया गड़जोड़ का खुलासा करने की तैयारी हो रही है।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। उत्तराखंड एसटीएफ ने नकल माफिया गैंग की अहम कड़ी को गिरफ्तार किया है। सरकारी नौकरियों का सौदागर कहे जाने वाले मास्टरमाइंड के मुख्य साथी तनुज शर्मा को लंबी पूछताछ और पुख्ता सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।

एसटीएफ के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी तनुज शर्मा देहरादून के रायपुर चौक का रहने वाला है और वर्तमान में उत्तरकाशी के राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज नेटवाड़ में शिक्षक के रूप में काम करता है। एसटीएफ ने आरोपी को पूछताछ के लिए बुलाया था और उसके बयानों के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है। तनुज शर्मा ने पूछताछ में कई अहम राज खोले हैं। उसके बयान के आधार पर एसटीएफ ने सैकड़ों नकलची अभ्यर्थियों को चिन्हित कर लिया है। ये सभी लोग एक ही क्षेत्र के निवासी हैं।

बयानों और जांच के आधार पर ये भी पता चला है कि उत्तराखंड नकल माफियाओं के तार उत्तर प्रदेश के शातिर लोगों से भी जुड़े हैं। इस पूरे मामले में अंतरराज्यीय नकल माफिया गड़जोड़ का खुलासा करने की तैयारी हो रही है। एसटीएफ का कहना है कि जल्द ही नकल गैंग की पूरी नकेल उनके हाथ में होगी। एसटीएफ की कुछ टीमें उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में रवाना हो गई हैं।

बता दें कि यूकेएसएसएससी द्वारा 4 और 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के संपन्न होने के बाद परिणाम जारी हुआ। जिसके बाद बेरोजगार संगठनों एवं कई छात्रों ने सीएम से मिलकर उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच के लिए ज्ञापन दिया।

Published: undefined

एसटीएफ को अभियोग की जांच की गई ट्रांसफर:

पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड को इस मामले में तत्काल अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिए गए। जिस पर 22 जुलाई 2022 को मु. अ. सं. 289 / 22 धारा 420 भादवि में दर्ज किया गया और जांच में धारा 467, 468, 471, 34 भादवि की बढ़ोतरी की गई। अभियोग की जांच पुलिस महानिदेशक द्वारा प्राथमिकता के आधार पर एसटीएफ को ट्रांसफर की गई है।

Published: undefined

इस तरह दिया गया था पेपर लीक की घटना को अंजाम:

अभियुक्त अभिषेक वर्मा निवासी सीतापुर (कर्मचारी प्रिंटिंग प्रेस) ने प्रिंटिंग प्रेस से पेपर चुराया था। उसने परीक्षा से 4-5 दिन पहले 29 नवंबर 2021 को प्रश्नपत्र के तीनों पालियों के सेट विभिन्न माध्यम से जयजीत दास को भेजे। जयजीत दास (प्रोग्रामर प्रिंटिंग प्रेस) ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी पीआरडी और दीपक चैहान को दिया। मनोज जोशी पीआरडी ने ये प्रश्नपत्र मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक, गौरव नेगी और अपने साले हिमांशु काण्डपाल को दिए। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक और गौरव नेगी ने ये प्रश्नपत्र रामनगर में एक रिसॉर्ट और काशीपुर में एक वैंकट हॉल और घर में सॉल्व कराया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक ने ही कुलवीर और शूरवीर चैहान के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को यह प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया।

हिमांशु कांडपाल ने ये प्रश्नपत्र अपने साथी महेंद्र चैहान, दीपक शर्मा, अमरीश कुमार के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। मनोज जोशी सितारगंज ने यह प्रश्नपत्र गौरव चौहान अपर निजी सचिव के कुछ अभ्यर्थी तुषार चौहान आदि को उपलब्ध कराया। दीपक चौहान ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी भावेश जगूडी के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। अब तक की जांच में सभी अभियुक्तों की इस अपराध में संलिप्तता पाई गई है और उनके विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य प्राप्त हो गए हैं।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined