भारत ने पाकिस्तान के इस आरोप को खारिज कर दिया है कि पड़ोसी देश में भड़की जातीय हिंसा के पीछे नई दिल्ली का हाथ है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शुक्रवार को कहा पाकिस्तान को अपने अंदर झांकना चाहिए, दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा, "हम पाकिस्तान के निराधार आरोपों को दृढ़ता से खारिज करते हैं। पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है। पाकिस्तान को अपनी आंतरिक समस्याओं और विफलताओं के लिए दूसरों पर उंगली उठाने और दोष मढ़ने के बजाय अपने अंदर झांकना चाहिए।"
Published: undefined
सरकार की यह प्रतिक्रिया तब आई जब एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने भारत पर ‘आतंकवाद को प्रायोजित करने’ और अपने पड़ोसी देशों को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
दरअसल मंगलवार को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने क्वेटा से पेशावर की यात्रा के दौरान जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था। सुरक्षाबलों और चरमपंथियों के बीच लगभग 30 घंटे तक चले संघर्ष चला।
Published: undefined
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि 300 यात्रियों को बचा लिया गया। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि यात्रियों को बचाने के लिए चलाए गए उसके अभियान में 33 चरमपंथियों की मौत हो गई। सेना के अनुसार, कुल 21 बंधकों और चार सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई।
Published: undefined
पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि ट्रेन पर हमले में विदेशी ताकत के हाथ होने का आरोप लगाया हालांकि सीधे तौर पर भारत का नाम नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि विद्रोही ट्रेन की घेराबंदी के दौरान अफगानिस्तान में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे।
प्रवक्ता से जब पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने बीएलए गतिविधि के लिए अतीत में भारत को दोषी ठहराने की अपनी नीति बदल दी है, तो उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ उसके आरोप आज भी कायम हैं।
Published: undefined
पाकिस्तानी अधिकारी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "हमारी नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। और फिर, तथ्य नहीं बदले हैं। भारत पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित करने में शामिल है। मैं जिस बात का जिक्र कर रहा था, वह यह थी कि इस विशेष घटना में, हमारे पास अफगानिस्तान से कॉल किए जाने के सबूत हैं।"
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined