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छत्तीसगढ़ में घर-घर दस्तक दे रही पुलिस, लोगों को नहीं जाना पड़ रहा थाने, घर पर समस्याओं का हो रहा निपटारा

आमतौर पर लोग छोटी मोटी समस्या सामने आने पर पुलिस थानों तक जाने से हिचकते हैं और कई बार यही समस्या बड़ा रुप ले लेती है। आमजनों को थाने न जाना पड़े और उनकी समस्या का निपटारा हो जाए, इसके लिए छत्तीगसढ़ के कोरबा जिले की पुलिस ने अभिनव प्रयोग किया है।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

आमतौर पर लोग छोटी मोटी समस्या सामने आने पर पुलिस थानों तक जाने से हिचकते हैं और कई बार यही समस्या बड़ा रुप ले लेती है। आमजनों को थाने न जाना पड़े और उनकी समस्या का निपटारा हो जाए, इसके लिए छत्तीगसढ़ के कोरबा जिले की पुलिस ने अभिनव प्रयोग किया है। यह बदलती पुलिस का संदेश है, जो घर-घर दस्तक दे रही है और लोगों की समस्याओं का निपटारा कर रही है। अपराध के बाद अपराधी को सजा न मिलने और समस्या का बेहतर समाधान न होने की बड़ी वजह पुलिस और आमजन की दूरी रही है। इस दूरी को कम करने की दिषा में कोरबा पुलिस की पहल चर्चाओं में हैं। कोरबा पुलिस ने इसके लिए 'तुंहर पुलिस तुंहर द्वार' कार्यक्रम शुरू किया है। इस अभियान में पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल खुद गांव की गलियांे तक पहुंच रहे हैं और लोगों की समस्याओं को निदान किया जा रहा है। पुलिस आमजन को यह भी संदेश दे रही है कि रंग वही है मगर ढंग बदला है पुलिस का।

Published: 28 Mar 2022, 9:05 PM IST

एसपी पटेल बीते रोज स्वयं बगबुड़ा गांव पहुंचे और उन्होंने गांव में पुलिसकर्मियों के साथ घर-घर दरवाजा खट-खटाकर ग्रामीणों की समस्याएं पूछीं। बगबुड़ा गांव में श्याम लाल ने बताया कि वह अपने घर के बगल में शासकीय मद से स्वीकृत शौचालय का निर्माण करवा रहा है, जिसे पड़ोसी ने जबरन रुकवा दिया है। साथ ही आरोप लगाता है कि यह पट्टे की जमीन है, जिस पर शौचालय बन रहा है। पीड़ित की शिकायत सुनकर एसपी पटेल ने स्वयं मौके पर जाकर मुआयना किया दोनों पक्षों एवं पंचों से बात कर मामले को आपस में सुलह करायी गयी।

Published: 28 Mar 2022, 9:05 PM IST

पुालिस अधीक्षक पटेल का स्वयं ग्रामीण इलाके से वास्ता है और वे गांव के लोगों की समस्या से वाकिफ है। उन्होने आईएएनएस को बताया कि, गांव के लोगों के थाने तक आने में समय के साथ धन की बर्बादी न हो, समस्या का वास्तविक मौके पर ही समाधान हो और आमजन में पुलिस के प्रति भरेासा पैदा हो, यह विचार लंबे अरसे से मन में था और उसी को लेकर यह अभियान चलाया गया है ।

Published: 28 Mar 2022, 9:05 PM IST

पुलिस अधीक्षक पटेल अपने अनुभव के आधार पर कहते हैं कि कई मामले ऐसे होते हैं, जब गवाह के अभाव में आरोपी बच जाता है, क्योंकि गवाह सामने आने से कतराता है। इन स्थितियों में अगर आमजन और पुलिस के बीच नजदीकी बढ़े व भरोसा हो जाए तो आरोपी को सजा दिलाना आसान हो जाएगा।

'तुंहर पुलिस तुंहर द्वार' अभियान के जरिए पुलिस घर-घर ऐसे पहुंच रही है। कार्यक्रम के अंतर्गत तीन वाहनों में पुलिसकर्मी गांव-गांव जाकर ग्रामीणों के घर पहुंच रहे हैं और उनकी समस्याओं का मौके पर ही निराकरण कर रहे हैं।


Published: 28 Mar 2022, 9:05 PM IST

एसपी ने बताया कि थानों में आमजनता के द्वारा की गई शिकायतों के निराकरण करने में समय लगता है, कई बार जनता पुलिस कार्यवाही से संतुष्ट नहीं रहती है। इसलिए नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा, नगर पुलिस अधीक्षक र्दी एवम एसडीओपी कटघोरा के अधीन एक-एक मोबाइल वाहन तैनात किया गया है। वाहन में एक पुलिस अधिकारी और सहायक नियुक्त किया गया है जो सम्बंधित अनुविभागीय अधिकारी के अधीन कार्य करेंगे।

Published: 28 Mar 2022, 9:05 PM IST

बताया गया है कि सम्बंधित पुलिस अनुविभागीय अधिकारी थानों में लम्बित शिकायतों की सूची की समीक्षा कर मोबाइल वाहन में तैनात अधिकारी को उस गांव में भेजेंगे, जहां शिकायतों की संख्या अधिक है या गम्भीर किस्म की शिकायत है। मोबाइल वाहन में तैनात अधिकारी उन गांवों में जाकर मौके पर दोनों पक्षों को बुलाकर शिकायतों का जांच करेंगे और पुलिस कार्यवाही योग्य मामलों में मौके पर ही अपराध दर्ज करेंगे।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: 28 Mar 2022, 9:05 PM IST

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Published: 28 Mar 2022, 9:05 PM IST