पंजाब के तरनतारन जिले के एक व्यक्ति को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सेना की गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने एक मोबाइल फोन भी बरामद किया जिसमें जानकारी थी जिसे आरोपी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों (पीआईओ) के साथ साझा किया था। पुलिस ने बताया कि आरोपी कथित तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के संपर्क में था और उसे संवेदनशील जानकारी देने के लिए पैसे भी मिले थे।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि आरोपी की पहचान तरनतारन के मोहल्ला रोडूपुर, गली नाजर सिंह वाली निवासी गगनदीप सिंह उर्फ गगन के रूप में हुई है।
Published: undefined
उसे तरनतारन पुलिस और पुलिस की ‘काउंटर इंटेलिजेंस’ शाखा के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया। डीजीपी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, "गिरफ्तार आरोपी पाकिस्तान आईएसआई और (पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी समर्थक) गोपाल सिंह चावला के संपर्क में था और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सेना की गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था।"
जांच में पाया गया कि आरोपी सैन्य तैनाती और रणनीतिक स्थानों सहित गोपनीय जानकारी साझा करने में संलिप्त था, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा था। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गगनदीप पिछले पांच वर्षों से खालिस्तानी समर्थक गोपाल सिंह चावला के संपर्क में था, जिसके माध्यम से उसका परिचय पीआईओ से हुआ था।
Published: undefined
डीजीपी ने बताया कि उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है, जिसमें खुफिया जानकारी थी और इस जानकारी को उसने पीआईओ के साथ साझा किया था। उन्होंने कहा कि साथ ही मोबाइल से 20 से अधिक आईएसआई संपर्कों का विवरण भी मिला है।
डीजीपी ने कहा कि अन्य संबंधों का पता लगाने और इस जासूसी नेटवर्क के पूर्ण दायरे का पता लगाने के लिए गहन वित्तीय और तकनीकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि तरनतारन शहर थाने में सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है तथा आगे की जांच जारी है।
Published: undefined
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सभी आवश्यक कार्रवाई करेगी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत, भारतीय सशस्त्र बलों ने छह-सात मई की दरमियानी रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे जिनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना भी शामिल था। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
इससे पहले पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में मलेरकोटला जिले से एक महिला सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined