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मशहूर शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन, 91 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

पंडित छन्नूलाल मिश्र किराना और बनारस घराने के प्रमुख गायक थे। उन्होंने महज 6 साल की आयु में अपने पिता पंडित बद्री प्रसाद मिश्र से संगीत की प्रारंभिक शिक्षा ली और 9 वर्ष की आयु में उस्ताद गनी अली साहब से खयाल गायकी की बारीकियां सीखीं।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

मशहूर शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र का गुरुवार को 91 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में गुरुवार सुबह अंतिम सांस ली।

बताया जा रहा है कि शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र की तबीयत लंबे समय से खराब चल रही थी। उन्हें कुछ दिन पहले बीएचयू में भर्ती कराया गया था। बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।

घर लौटने के बाद भी उनकी सेहत में ज्यादा सुधार नहीं हुआ और गुरुवार सुबह मिर्जापुर में उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। पंडित छन्नूलाल मिश्र का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम को बनारस में किया जाएगा।

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छन्नूलाल मिश्रा के निधन पर उनकी बेटी नम्रता मिश्रा ने कहा, "आज सुबह 4:15 बजे उनका मिर्जापुर के गंगा दर्शन कॉलोनी स्थित हमारे आवास पर निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें 12 दिनों तक बीएचयू के आईसीयू में भर्ती रखा गया था। डॉक्टरों ने भी कह दिया था कि ज्यादा सुधार की उम्मीद नहीं है, क्योंकि उनकी उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याएं और बिगड़ चुकी थीं। पिछले दो दिनों से उन्होंने न तो कुछ बोला और न ही अपनी आंखें खोलीं। उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा। परिवार में विवाद था और पिछले तीन वर्षों से पिता मेरे साथ ही रह रहे थे। अपने अंतिम पलों में वह पारिवारिक हालात को लेकर बहुत दुखी थे। उनका रोजमर्रा का जीवन अनुकरणीय था। उनकी कही हर बात में कोई न कोई सीख होती थी। जब तक होश में रहे, केवल संगीत की ही बातें करते रहे।"

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित छन्नूलाल मिश्र के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, "सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे जीवनपर्यंत भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि के लिए समर्पित रहे। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही भारतीय परंपरा को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करने में भी अपना अमूल्य योगदान दिया। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे सदैव उनका स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा।"

उन्होंने आगे कहा, "साल 2014 में वे वाराणसी सीट से मेरे प्रस्तावक भी रहे थे। शोक की इस घड़ी में मैं उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। ओम शांति!"

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शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र का जन्म 3 अगस्त 1936 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के हरिहरपुर में हुआ था। पंडित छन्नूलाल मिश्र किराना और बनारस घराने के प्रमुख गायक थे। उन्होंने महज 6 साल की आयु में अपने पिता पंडित बद्री प्रसाद मिश्र से संगीत की प्रारंभिक शिक्षा ली और 9 वर्ष की आयु में उस्ताद गनी अली साहब से खयाल गायकी की बारीकियां सीखीं। उनके दादा, गुदई महाराज शांता प्रसाद, एक प्रसिद्ध तबला वादक थे, जिनसे उन्हें संगीत विरासत में मिला था।

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