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ऋषिकेश: बदरीनाथ केदारनाथ समेत चार धाम यात्रा शुरू करने के लिए समीक्षा बैठक आज, शीर्ष अधिकारी रहेंगे मौजूद

इस बैठक के दौरान देर शाम तक यात्रा तैयारियों की समीक्षा होगी। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी, चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों व संस्थाओं के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहेंगे।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

उत्तराखंड में होने वाली चार धाम यात्रा की समीक्षा की जा रही है। चार धाम यात्रा के अंतर्गत आने वाले बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई, केदारनाथ धाम के 6 मई, तथा गंगोत्री धाम एवं यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया 3 मई को खुल रहे है। उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा की यह समीक्षा बैठक पहले 2 अप्रैल को आयोजित होनी थी जिससे अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया।

यह समीक्षा बैठक सोमवार शाम 4 बजे गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में ऋषिकेश में होगी। इस बैठक के दौरान देर शाम तक यात्रा तैयारियों की समीक्षा होगी। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी, चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों व संस्थाओं के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहेंगे। अधिकारियों से कहा गया है कि सुसंगत सूचना एवं प्रगति आख्या बैठक में रखें। अपर आयुक्त यात्रा प्रशासन संगठन के विशेष कार्याधिकारी नरेन्द्र सिंह क्वीरियाल ने यह जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि गढ़वाल आयुक्त द्वारा चारधाम यात्रा तैयारियों के संबंध मे विगत 28 फरवरी को आयोजित की जा चुकी है जिसमें यात्रा तैयारियों के निर्देश दिये गये थे। चारधाम बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई, श्री केदारनाथ धाम के 6 मई, तथा श्री गंगोत्री धाम एवं यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया 3 मई को खुल रहे है। उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा की यह बैठक पहले 2 अप्रैल को आयोजित होनी थी जिससे अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया ।

उत्तराखंड सरकार का कहना है कि चार धाम यात्रा के माध्यम से देश-विदेश में अतिथि देवो भव का संदेश जाना चाहिए। इस बार बहुत अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना है। चार धाम यात्रा की तैयारियां उसी के अनुरूप सुनिश्चित की जाएंगी।

मुख्यमंत्री द्वारा संबंधित जिलाधिकारियों को यात्रा मार्गों पर कार्यों की प्रगति की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं । राज्य सरकार ने निर्देश दिया है कि मार्ग अवरूद्ध होने की स्थिति में तत्काल खोलने के लिए जरूरी मशीनों की व्यवस्था व तैनाती कर ली जाए। जेसीबी मशीनों की ट्रेकिंग के लिए उन्हें जीपीएस से जोड़ा जाए। यात्रा मार्ग से संबंधित सड़कों पर कहीं भी मलबा या कचरा न रहे। कचरा निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जाए।

इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार द्वारा तय किया गया है कि चारधाम यात्रा प्रबंधन में टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। ट्रेफिक प्रबंधन व संचालन के लिए ड्रोन का भी प्रयोग किया जाएगा। चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टोल फ्री नम्बर जारी किया जाएगा। जिस पर यात्रा से संबंधित हर प्रकार की जानकारी हो। इस नम्बर को व्यापक प्रचारित भी किया जाए। इस वर्ष बहुत बड़ी संख्या में यात्रियों के आने की सम्भावना है। किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था होगी।

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