
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का लंबी बीमारी की वजह से शुक्रवार को कानपुर में निधन हो गया। तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन हालात ज्यादा खराब होने के कारण उनको कानपुर कार्डियोलॉजी के लिए रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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श्रीप्रकाश जायसवाल का निधन कांग्रेस और कानपुर सियासी जगत के लिए बड़ी क्षति माना जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यूपीए सरकार में मेरे सहयोगी रहे, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। वे एक सच्चे और निष्ठावान कांग्रेसी थे जिन्होंने कानपुर के विकास व कल्याण के लिए पूरी ईमानदारी से जनसेवा का कार्य किया। उनका जाना कांग्रेस पार्टी के लिए भी एक बड़ी क्षति है। दुःख की इस घड़ी में उनके परिवारजनों व समर्थकों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूँ।
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श्रीप्रकाश जायसवाल का जन्म 25 सितंबर 1944 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था। उनके राजनीतिक सफर का केंद्र भी कानपुर ही रहा। वे यहां से तीन बार लोकसभा सांसद चुने गए। जायसवाल 1999, 2004 और 2009 में लगातार कानपुर से कांग्रेस के सांसद रहे और केंद्रीय मंत्री भी रहे। उन्होंने कांग्रेस की यूपीए-2 सरकार के दौरान कोयला मंत्रालय जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली। श्रीप्रकाश जायसवाल मनमोहन सिंह की सरकार में गृह राज्य मंत्री भी रह चुके थे।
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जायसवाल राजनीति के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में काफी सक्रिय रहे। मनमोहन सिंह सरकार में उन्होंने आंतरिक सुरक्षा, कानून व्यवस्था और गृह मंत्रालय से जुड़े अहम दायित्व निभाए। उनकी शुरुआती शिक्षा कानपुर के बीएनएसडी इंटर कॉलेज से हुई। उनकी शादी 28 अप्रैल 1967 को माया रानी जायसवाल से हुई। उनके दो बेटे, एक बेटी और दो पोते हैं। उनका परिवार उनके आखिरी समय में उनके साथ था।
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अगर सियासी सफर की बात करें तो श्रीप्रकाश जायसवाल 1989 में कानपुर शहर के मेयर बने। केंद्रीय मंत्रिमंडल में आने से पहले, वह उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (2000-2002) के अध्यक्ष रहे, जहां उन्होंने राज्य में पार्टी के संगठन को मज़बूत करने के लिए काम किया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली की राजनीति की तरफ रुख किया। श्रीप्रकाश जायसवाल करीब चार दशकों तक सक्रिय और प्रभावशाली राजनीति का हिस्सा रहे।
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