पंजाब के अमृतसर जिले में आज वारिस पंजाब डे ग्रुप के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के सहयोगी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके समर्थक तलवार और अन्य हथियार लिए पुलिस पुलिस परिसर में जबरदस्ती घुस गए और जवानों से भिड़ गए। इस झड़प में छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमृतपाल सिंह ने भी अपने कई समर्थकों के घायल होने का दावा किया है।
Published: undefined
अमृतपाल सिंह के समर्थक अपने नेता के सहयोगी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। थाने में घुसे खालिस्तान समर्थकों ने पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि अगर उससे पहले तूफान को नहीं छोड़ा गया तो अंजाम बुरा होगा। 'वारिस पंजाब डे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने कहा कि 24 घंटे के अंदर तूफान सिंह को रिहा किया जाए। हम 24 घंटे भी इंतजार नहीं करेंगे।
Published: undefined
अमृतपाल सिंह के समर्थकों के तेवर देखकर पुलिस के भी हाथ-पांव फूल गए। झड़प और हंगामे के बीच अमृतसर के एसएसपी ने कहा कि हमारे सामने पेश किए गए सबूतों के मुताबिक लवप्रीत तूफान को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। वहीं अमृतसर के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि उन्होंने पर्याप्त सबूत दिए हैं कि वह (लवप्रीत तूफान) निर्दोष है। एसआईटी ने इसका संज्ञान लिया है। ये लोग अब शांतिपूर्वक तितर-बितर हो जाएंगे और कानून अपना काम करेगा।
Published: undefined
दरअसल रोपड़ जिले के चमकौर साहिब के निवासी अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ कथित रूप से अपहरण और पिटाई के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में लवप्रीत तूफान को गिरफ्तार किया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरों में थाने के बाहर प्रदर्शनकारियों की भीड़ दिख रही है, जबकि पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।
Published: undefined
हाल ही में कथित तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा हश्र होने की धमकी देने वाले अमृतपाल सिंह ने कहा कि केवल राजनीतिक मकसद से एफआईआर दर्ज की गई है। यदि वे एक घंटे में प्रकरण निरस्त नहीं करते हैं तो आगे जो भी होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। वारिस पंजाब डे कट्टरपंथियों का एक संगठन है जिसकी स्थापना एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने की थी, जिसकी पिछले साल फरवरी में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined