आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर साजिश रचने और अपराधियों की मदद करने का आरोप लगाया है। नायडू की तेलुगू देशम पार्टी ने शुक्रवार को बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए से नाता तोड़ लिया।
टीडीपी पोलित ब्यूरो के सदस्यों के साथ एक टेलीकॉफ्रेंस के दौरान नायडू ने बीजेपी पर टीडीपी के प्रतिद्वंद्वियों का इस्तेमाल कर पार्टी को कमजोर करने और राज्य को राजनीतिक रूप से अस्थिर करने का आरोप लगाया। टीडीपी सूत्रों के अनुसार, नायडू ने आरोप लगाया कि बीजेपी एक तरफ वाईएसआर कांग्रेस और दूसरी ओर अभिनेता-राजनेता पवन कल्याण की मदद से नाटक चला रही है। नायडू ने कहा कि वाईएसआर कांग्रेस के महासचिव विजय साईं रेड्डी पीएमओ के चक्कर लगा रहे हैं जिससे टीडीपी और राज्य के खिलाफ साजिश का पता चलता है।
उन्होंने भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख वाई.एस जगमोहन रेड्डी और विजय साईं रेड्डी की तरफ इशारा करते हुए कहा, "ए1 और ए2 से मुलाकात कर पीएमओ लोगों को क्या संदेश देना चाहता है।" उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस पर बीजेपी के इशारे पर काम करने के अपने आरोप को दोहराते हुए कहा, "पीएमओ में यह आर्थिक मुजरिम क्या कर रहे हैं?" नायडू ने यह भी कहा कि पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले के आरोपी नीरव मोदी जैसे लोगों के पास देश छोड़ने की अनुमति थी। टीडीपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि आंध्र प्रदेश के खिलाफ एक साजिश रची गई है और इसमें शामिल लोगों को जनता के क्रोध का सामना करना होगा।
जन सेना प्रमुख पवन कल्याण द्वारा टीडीपी की आलोचना का हवाला देते हुए नायडू ने कहा कि जो व्यक्ति चार साल तक चुप रहा, उसने अचानक उठकर बीजेपी और मोदी पर सवाल उठाने के बजाए उनकी पार्टी के खिलाफ आरोप लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जन सेना प्रमुख ने वाईएसआर कांग्रेस के साथ सांठगांठ की है।
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
बीजेपी की सहयोगी पार्टी अकाली दल ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने सहयोगियों की अनदेखी कर रही है। अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी फिर से टीडीपी का विश्वास हासिल कर लेगी। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी नेतृत्व चंद्रबाबू नायडू की मांगें मान ले, तो वे फिर से वापस आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि 2014 में बीजेपी की जीत में क्षेत्रीय दलों का बहुत बड़ा योगदान था और उन्हें अब अनदेखा किया जा रहा है।
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
तृणमूल कांग्रेस नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि हर राज्य की अपनी समस्याएं और मुद्दे होते हैं। टीडीपी के भी अपने मुद्दे हैं। वे लोग एनडीए के साथ थे, लेकिन अब उन्होंने आंध्र प्रदेश के हित को ध्यान में रखते हुए उससे नाता तोड़ा है। इसलिए टीडीपी ने जो भी फैसला लिया है, सही फैसला है।
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने की अपनी तत्परता जाहिर की और साथ ही कहा कि उसके पास संसद के भीतर और बाहर वोट और विश्वास, दोनों हैं। तेलुगू देशम पार्टी द्वारा एनडीए से अलग होने और सरकार के खिलाफ सदन के पटल पर अविश्वास प्रस्ताव रखने के बाद संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने कहा, "हम हर चीज का सामना करने के लिए तैयार हैं। हमने हमेशा विपक्ष से बैंकिंग अनियमितताओं, विश्वास या अविश्वास प्रस्ताव सहित प्रत्येक मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद को चलने में सहयोग करने के लिए कहा है।"
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
आंध्र प्रदेश विधानसभा में चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि, “अरुण जेटली कहते हैं कि भावनाओं पर फंड नहीं बढ़ाया जाता। यह एक अपमानजनक बयान है। तेलंगाना को भावनाओं के आधार पर ही अलग किया गया था। भावनाएं सबसे प्रबल होती हैं। अभी भी हमारे साथ अन्याय हो रहा है।” उन्होंन कहा कि आंध्र प्रदेश के बंटवारे के दौरान किए गए वादे पूरे नहीं किए गए।
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
टीडीपी मुखिया और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए से नाता तोड़ने के फैसले के बारे में विधानसभा को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनका यह फैसला किसी स्वार्थ में नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के हित में लिया गया है। उन्होंने कहा कि बीते 4 साल से वे इस बारे में कोशिश कर रहे थे, इस दौरान वे 29 बार दिल्ली गए। लेकिन सरकार ने जो पिछला बजट पेश किया उसमें आंध्र प्रदेश को कुछ नहीं दिया।
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
एनडीए से समर्थन वापस लेने के बाद टीडीपी सांसदों की बैठक हो रही है। खबरों के मुताबिक, इस बैठक में टीएमसी के सांसद भी शामिल हैं।
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए टीडीपी को मिल रहे विपक्ष के सर्थन के बीच बीजेपी ने शनिवार को दिल्ली में अपने आंध्र प्रदेश के नेताओं के साथ उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
लोकसभा में हंगामे के चलते अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं हो सका। टीआरएस के सांसदों ने वेल में पहुंचकर नारेबाजी की। स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन देने वाले सांसदों की गिनती करने के लिए कहा, लेकिन सांसद अपनी सीट पर जाने के लिए तैयार नहीं हुए। भारी हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
एनडीए से टीडीपी के अलग होने के फैसले पर बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिंह राव ने कहा, “हम ऐसा मानते ही कि टीडीपी एक बुरे दौर से गुजर रही है, उन्हें अब 2019 के चुनाव में हार दिख रही है। टीडीपी ने खोई हुई राजनैतिक जमीन को वास्तव में दोबारा पाने के लिए इस तरह का कदम उठाया है।”
Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST
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Published: 16 Mar 2018, 10:46 AM IST