
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी समेत बीजेपी नेताओं पर जवाहरलाल नेहरू का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘वंदे मातरम्’ के पहले दो छंदों को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाने का निर्णय केवल नेहरू का नहीं था, बल्कि यह निर्णय महात्मा गांधी, रवींद्रनाथ टैगोर और अन्य नेताओं की सहमति से लिया गया था।
Published: undefined
‘वंदे मातरम्’ की रचना के 150 साल पूरा होने पर उच्च सदन में हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस पर बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित इस गीत को ‘बांटने’ का आरोप लगाया, लेकिन कांग्रेस नेता हमेशा से ‘वंदे मातरम्’ का उद्घोष करते रहे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कांग्रेस पर यह आरोप लगाने के बाद कि केवल दो छंदों को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाने के पीछे ‘तुष्टीकरण की राजनीति’ थी, खड़गे ने अपने भाषण की शुरुआत ‘वंदे मातरम्’ का उद्घोष करते हुए की।
Published: undefined
खड़गे ने कहा, “हम हमेशा से वंदे मातरम् गा रहे हैं। लेकिन जिन्होंने इसे नहीं गाया, वे अब गा रहे हैं। यह वंदे मातरम् की शक्ति है। यह राष्ट्रीय उत्सव है, बहस नहीं। जब 1921 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ, तब कांग्रेस सदस्य जेल जाते समय वंदे मातरम् गा रहे थे… आप तब क्या कर रहे थे? आप ब्रिटिशों के लिए काम कर रहे थे।”
उन्होंने आरोप लगाया, “आप हमें देशभक्ति सिखा रहे हैं? आप देशभक्ति से डरते थे और ब्रिटिशों की सेवा कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री, नेहरू जी का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। मैंने साफ सुना कि प्रधानमंत्री ने छंद हटाने का दोष नेहरू पर डाला।”
Published: undefined
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति ने जब इस निर्णय को मंजूरी दी तब महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, मदन मोहन मालवीय और आचार्य जेबी कृपलानी मौजूद थे।
उन्होंने सवाल किया, “आप इन महान नेताओं का अपमान कर रहे हैं। यह उनका संयुक्त निर्णय था। अकेले नेहरू जी को क्यों निशाना बनाया जा रहा है?”
Published: undefined
उन्होंने दावा किया कि ‘वंदे मातरम्’ पर चर्चा उन समस्याओं से ध्यान हटाने का प्रयास है जिनका देश सामना कर रहा है
उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ एक मूल मंत्र है जो हम सबके जीवन का आधार है। उन्होंने कहा कि यह हमें देश के प्रति अपने कर्तव्य, अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराता है और अपनी देश भक्ति तथा निष्ठा को अक्षुण्ण रखने के लिए प्रेरित करता है।
Published: undefined