हालात

त्रिपुरा: सोशल मीडिया पर फैली बच्चा चोरी की अफवाह, भीड़ ने दो लोगों को पीट-पीटकर मार डाला

त्रिपुरा में सोशल मीडिया पर फैलाए जा रही अफवाह की वजह से दो जगहों पर दो लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। सीएम विप्लब कुमार देब और पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार शुक्ला द्वारा अपील करने के बावजूद निर्दोष लोगों पर हमला करने की घटनाएं नहीं रुक रही हैं।

फोटो: सोशल मीडिया 
फोटो: सोशल मीडिया  त्रिपुरा में दो लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर की हत्या कर दी 

सोशल मीडिया पर वायरल हुए बच्चा चोरी के वीडियो ने अब तक कई लोगों की जान ले ली है। बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर बेगुनाहों की जाने लेने वाली घटनाएं बेंगलुरु से शुरू होकर गुजरात के बाद अब त्रिपुरा पहुंच गई हैं। गुरुवार को त्रिपुरा में दो अलग-अलग घटनाओं में भीड़ ने पीट-पीटकर दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया।

त्रिपुरा में भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में कुछ लोगों पर हमला कर दिया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा एक पुलिसकर्मी सहित 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “पहले मामले में कुछ लोगों के एक समूह द्वारा किए गए हमले में उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक पुलिसकर्मी सहित चार अन्य घायल हो गए। भीड़ ने इनपर बच्चा उठाने वाला समझकर हमला किया था।" अधिकारी ने कहा कि यह घटना पश्चिमी त्रिपुरा के आदिवासी बहुल मुराबारी गांव में घटी, जहां तीन फेरी वाले कपड़े बेचने गए थे।

अधिकारियों ने कहा कि भीड़ उनके पीछे दौड़ने लगी। कपड़ा विक्रेता जब अपनी गाड़ी के चालक के साथ एक सुरक्षा शिविर में छिप गए तो भीड़ ने उन्हें बाहर खींच लिया और सुरक्षाकर्मी द्वारा उन्हें बचाने का प्रयास करने के बावजूद भीड़ ने उनपर हमला कर दिया।

उन्होंने कहा कि हमले में जहां तीन व्यापारी, उनका चालक और एक सुरक्षा कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अगरतला में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहीं उत्तर प्रदेश निवासी जहीर कुरेशी (30) की मौत हो गई।

त्रिपुरा स्टेट रायफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अतिरिक्त बल को अगरतला से 35 किलोमीटर उत्तर घटनास्थल पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भेजा गया। सुरक्षा बलों ने भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोलों और लाठियों का इस्तेमाल किया। मंगलवार को 11 वर्षीय एक बच्चे की दो संदिग्ध नाबालिगों द्वारा हत्या करने के बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया था।

Published: undefined

पुलिस ने कहा कि दूसरी घटना में राज्य की राजधानी से दक्षिण 130 किलोमीटर दूर दक्षिणी त्रिपुरा में मनु बाजार में कुछ लोगों के एक समूह ने एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला और दो सरकारी कर्मचारियों को गंभीर रूप से घायल कर दिया।

पुलिस अधिकारी ने कहा, “सुकांता चक्रबर्ती दो सरकारी कर्मचारियों के साथ थे, और वे प्रशासन की तरफ से जनता से अपील कर रहे थे कि अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए। इसी दौरान उनपर हमला किया गया, जिसमें चक्रबर्ती की मौत हो गई।”

मुख्यमंत्री विप्लब कुमार देब और पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार शुक्ला द्वारा अपील करने के बावजूद कल से भीड़ द्वारा हिंसा और निर्दोष लोगों पर हमला करने की घटनाएं रुकी नहीं हैं।पुलिस ने कहा कि बुधवार रात जोगेंद्र नगर रेलवे स्टेशन पर कुछ युवकों ने एक महिला पर हमला किया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “महिला जब अपने दो बच्चों के साथ रेलवे स्टेशन पहुंची, कुछ लोगों के एक समूह ने उसे बच्चों की तस्करी करने वाला समझकर उस पर हमला कर दिया, बाद में पुलिस ने उसे बचाया। जहां महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनके बच्चों को एक सरकारी निगरानी घर में रखा गया है।”

भीड़ द्वारा लोगों को पीटने, प्रताड़ित करने और उनपर हमला करने के ऐसे ही मामले राजधानी अगरतला के अलावा अमरपुर (दक्षिण त्रिपुरा), बिशालगढ़, अरुंधती नगर, बोधजंगनगर और खोवाई (पश्चिमी त्रिपुरा) से भी आए हैं।

इस दौरान पुलिस महानिदेशक ने गुरुवार को सभी मोबाइल इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनियों को 48 घंटों तक सेवा रोकने का निर्देश दिया है।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined