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उत्तर प्रदेश: योगी राज में बेकाबू माफिया अतीक, कारोबारी को अगवा कर जेल में पीटा, कंपनियां कब्जाई, जेल पर छापा  

उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। भीड़ के हाथों पुलिस अफसर और कर्मचारी मारे जारहे हैं, अपराध मिटाने के नाम पर अंधाधुंध कथित एनकाउंटर हो रहे हैं और माफिया जेलों में रहकर भी खुलेआम गुंडई कर रहे हैं। इतना ही नहीं अगवा किए गए लोगों को जेल में लाकर उनसे वसूली और मारपीट कर रहे हैं।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया 

उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा है कि उनके शासन में अपराधी चूं भी नहीं कर सकता, लेकिन हकीकत यह है कि योगी के इलाके गोरखपुर से महज 50 किलोमीटर दूर देवरिया जेल में अपराधियों का राज है। इस जेल में बंद माफिया अतीक अहमद बेखौफ होकर कारोबारियों से न सिर्फ रंगदारी वसूल रहा है, बल्कि उन्हें जेल में ही बुलाकर मारपीट कर रहा है।

चंद दिनों के अंदर ही अतीक अहमद ने एक के बाद एक ताबड़तोड़ तीन वारदातें अंजाम दी हैं। बीजेपी शासन के दावों की पोल खोलते हुए अतीक अहमद ने लखनऊ के एक कारोबारी को अगवा करवाकर देवरिया जेल बुलवा लिया। आरोप है कि अतीक अहमद, उसके बेटे उमर और 20-25 लोगों ने इस कारोबारी से जेल के बैरक में जबरदस्त मारपीट की, उसके हाथों की उंगलियां तोड़ दीं। बेरहमी से पिटाई के बाद इस कारोबारी से उसकी कंपनियों के मालिकाना हक अपने आदमियों के नाम लिखवाने के बाद अतीक अहमद ने उसकी फार्चुनर गाड़ी छीन ली और उसे जेल के बाहर फिंकवा दिया।

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मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन ने कुछ हरकत दिखाई है। खबर के मुताबिक देर रात देवरिया जेल पर छापा मारा गया। लेकिन आगे क्या कार्रवाई हुई, इसकी कोई सूचना पुलिस ने नहीं दी है। वहीं प्रमुख सचिव (गृह) ने कहा है कि सरकार ने इस मामले में एडीजी (जेल) से रिपोर्ट तलब की है, ताकि जेल में हुई गड़बड़ियों की जिम्मेदारी तय की जा सके। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट कल (सोमवार) तक मिले जाएगी इसके बाद आगे की कार्रवाई निश्चित की जाएगी।

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पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक इसी 26 दिसंबर को लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल को अतीक अहमद के गुंडों ने उसकी फार्चुनर गाड़ी समेत अगवा कर लिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि अतीक के गुंडे मोहित को लेकर देवरिया जेल पहुंचे और उसकी अतीक अहमद के सामने पेशी हुई। आरोप है कि अतीक अहमद ने जेल के बैरक में ही इस कारोबारी को 20-25 लोगों से बेरहमी से पिटवाया। बताया जाता है कि पिटाई से कारोबारी के दायें हाथ की कई उंगलियां टूट गयी हैं और उसके कुल्हे में जबरदस्त चोट आई है।

कारोबारी मोहित ने बताया कि अतीक अहमद बीते दो साल से उससे रंगदारी वसूल रहा था और करीब 75 लाख रुपये की वसूली कर चुका था। इसी अतीक अहमद को मोहित जायसवाल की कंपनियों और जमीनों के बारे में पता चला। इस बीच अतीक के गुर्गों फारूक और जकी अहमद ने मोहित के गोमतीनगर स्थित रियल एस्टेट के दफ्तर पर कब्जा कर लिया। इतना होने के बाद भी अतीक अहमद ने मोहित से जेल से ही फोन पर धमकी दी कि वह अपनी जमीनों और कंपनियों को उसके आदमियों के नाम कर दे।

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पुलिस के मुताबिक मोहित ने एफआईआर में जो जानकारी दी है उसमें कहा गया है कि अतीक अहमद ने जेल में ही रिवाल्वर की नोंक पर उसकी पांच कंपनियों का मालिकाना हक अपने आदमियों के नाम करा लिया और कई सादे कागजातों पर भी दस्तखत आदि करवाये।

आरोप है कि मोहित की कंपनी एमजे इंफ्रा हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड, एमजे इंफ्रा ग्रीन प्राइवेट लिमिटेड, एमजे इंफ्रा लैंड एलएलपी और एमजे इंफ्रा एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को अतीक ने अपने गुंडों फारूक और जकी अहमद के नाम कराया है। आरोप यह भी है कि कारोबारी मोहित और उसकी बहन आरती के फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर भी तैयार कराये गये हैं।

लुटने-पिटने के बाद डरे-सहमे मोहित जायसवाल ने किसी तरह लखनऊ पहुंचकर कृष्णानगर कोतवाली में गुहार लगाई, तब जाकर अतीक अहमद, उसके बेटे उमर सहित दर्जन भर लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआऱ दर्ज की है।

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इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है और एफआईआऱ दर्ज कर दो अपराधियों की गिरफ्तारी भी हो गयी है। बाकी के लिए कई जगह दबिश दी जा रही है। इस सवाल पर कि अतीक अहमद के खिलाफ को पहले से ही 50 से अधिक मामले दर्ज हैं, तो क्या एक और एफआईआर से वह रंगदारी बंद कर देगा, तो उनका जवाब था, "उसे ठीक कर देंगे।"

वहीं उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने संकेत दिया कि वे अतीक अहमद को देवरिया जेल से कहीं और ट्रांसफर करने वाले हैं।

अतीक अहमद और उसका बेलगाम माफिया राज

  • अतीक अहमद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर से महज 50 किमी की दूरी पर स्थित देवरिया जेल में बंद है। उसे देवरिया से फतेहपुर जेल में कई बार स्थानानंतरित करने के लिए शासन में लिखा-पढ़ी हुई, लेकिन इसकी जेल नही बदली।
  • एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक नाम न छापने की शर्त पर कुछ उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि सरकार के अंदर बैठे दो-तीन बेहद प्रभावशाली नेता अतीक के संरक्षणदाता हैं। जिनके दम पर यह जेल के अंदर से एक के बाद एक वारदातों को अंजाम दे रहा है।
  • अतीक अहमद रोजाना देवरिया जिला जेल में अपना दरबार लगाता है और यहीं से अपने काले-कारनामों को अंजाम देता है।
  • वह खुलेआम मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है और बेखौफ वसूली व रंगदारी की बात होती है।
  • उसके शिकार पीड़ितों की पिटाई का वीडियो मोबाइल से बनवाता है और फिर उसे दिखाकर दूसरे लोगों को डरा-धमकाकर अपने रंगदारी व जमीन कब्जाने के धंधे को बेखौफ अंजान देता है।
  • जेल में अतीक अहमद के साथ हर वक्त आधा दर्जन लंबरदार (पुराने कैदी) सफारी सूट पहने रहते हैं, जो बाहर से पकड़कर लाए गए कारोबारियों आदि की धुनाई-पिटाई करते हैं और वीडियो बनाते हैं।

(स्थानीय वेबसाइट डाइनामाइट न्यूज़ से साभार इनपुट के साथ)

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