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संसद में मोदी के आखिरी भाषण के साथ ही लिख दी गई उनकी हार की इबारत, चुनाव पूर्व गठबंधन कर एकसाथ लड़ेगा विपक्ष

संसद में मोदी सरकार के कार्यकाल का आखिरी दिन खत्म होते-होते राजधानी दिल्ली में ही बीजेपी-आरएसएस और देश की संस्थाओं को बरबाद करने वाली ताकतों के खिलाफ लामबंदी को अंतिम रूप दे दिया गया।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया 

संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आखिरी भाषण के चंद घंटों के भीतर ही उन्हें और उनकी पार्टी के शिकस्त देने की इबारत लिख दी गई। पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक के सभी विपक्षी दलों ने मौजूदा सरकार की तानाशाही के खिलाफ सत्याग्रह का ऐलान कर दिया। तय हो गया कि सब साथ मिलकर एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत चुनाव पूर्व गठबंधन बनाकर लड़ेंगे।

संसद में मोदी सरकार के कार्यकाल का आखिरी दिन खत्म होते-होते राजधानी दिल्ली में ही बीजेपी-आरएसएस और देश की संस्थाओं को बरबाद करने वाली ताकतों के खिलाफ लामबंदी को अंतिम रूप दे दिया गया। एनसीपी नेता शरद पवार के आवास पर हुई बैठक में चुनाव पूर्व गठबंधन और साधा न्यूनतम एजेंडा के साथ मैदान में उतरने पर चर्चा हुई और इस पर लगभग मुहर लगा दी गई।

बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, “समूचा विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी को हराएगा।“ उन्होंने कहा कि, “हम सबका मानना है कि नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस ने देश की संस्थाओं पर हमला किया है और हम सब मिलकर इसे रोकेंगे।” उन्होंने कहा कि सभी दल इस बात पर सहमत हैं कि एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया जाए जिसके आधार पर बीजेपी को हराया जाए।

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सभी दल एकजुट हैं और लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, “सबको एक रखो, भारत को बीजेपी, मोदी, शाह के हाथों बरबाद होने से बचाओ, मोदी हटाओ, देश बचाओ..” ममता ने कहा कि, “हम चुनाव पूर्व गठबंधन करेंगे ताकि चुनाव के बाद की कवायद न करनी पड़े। हम सब एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम के विचार से सहमत हैं। राहुल गांधी इस कार्यक्रम का मसौदा सभी दलों के साथ साझा करेंगे।”

साझा न्यूनतम कार्यक्रम का विचार उस बैठक में सामने रखा गया जिसमें एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीडीपी नेता एन चंद्रबाबू नायडू, टीएमसी नेता ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आदि नेता शामिल हुए। इस बैठक में फारुक अब्दुल्ला , शरद यादव और शत्रुघ्न सिन्हा भी थे।

इससे पहले दिल्ली के जंतर मंतर पर हुई लोकतंत्र बचाओ रैली में केजरीवाल के अलावा दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के साथ ही सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा, और समाजवादी पार्टी से रामगोपाल यादव भी पहुंचे थे। कांग्रेस की तरफ से सांसदआनंद शर्मा ने भी इस रैली में हिस्सा लिया।

इस रैली में ममता बनर्जी ने कहा कि, “आने वाले दिन में इकट्ठा होकर लड़ेंगे। हमारे साथ कांग्रेस, सीपीएम जो भी फाइट रहेगा राज्य में रहेगा, नेशनल लेवल में हम एक साथ लड़ेंगे। उन्हें हमारे खिलाफ लड़ने दो। मैं उसकी फिक्र नहीं करती. मैं राष्ट्र के लिए खुद को समर्पित करने को तैयार हूं।“

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