छत्तीसगढ़ पुलिस ने 27 अक्टूबर की सुबह लगभग 3 बजे वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद स्थित उनके घर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक विनोद वर्मा के खिलाफ छतीसगढ़ बीजेपी के सदस्य प्रकाश बजाज की शिकायत पर धारा 340, 384, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन पर ब्लैकमेलिंग, रंगदारी वसूलने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। खबरों के यह भी कहा गया है कि उन्हें गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने ले जाया गया और उनसे कई घंटों तक पूछताछ की गई।
Published: undefined
मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि विनोद वर्मा के पास छतीसगढ़ के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मुनत से जुड़ी आपत्तिजनक वीडियो सामग्री थी। सुत्रों का यह भी कहना है कि वे इसे शनिवार को सार्वजनिक करने वाले थे। मंत्री राजेश मुनत ने कहा कि सीडी नकली है और किसी भी एजेंसी से उसकी जांच कराई जा सकती है।
Published: undefined
विनोद वर्मा बीबीसी, देशबंधु और अमर उजाला जैसे मीडिया संस्थानों काम कर चुके हैं। वे एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया की उस जांच समिति का भी हिस्सा थे जिसने छतीसगढ़ में पत्रकारों के सरकारी दमन की पड़ताल की थी।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined