
आलोचनाओं से घिरे भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने बुधवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में मिली करारी हार के बाद उनके भविष्य पर फैसला भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को करना है लेकिन इसके साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि उनके कार्यकाल में टीम ने कितनी सफलता हासिल की है।
Published: undefined
गंभीर बुधवार को यहां दूसरे टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के हाथों 408 रन से मिली शर्मनाक हार के बाद बोल रहे थे, जिससे मेहमान टीम ने श्रृंखला 2-0 से अपने नाम कर ली।
गंभीर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘मेरे भविष्य का फैसला बीसीसीआई को करना है। मैने अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में भी कहा था जब मैं मुख्य कोच बना था । भारतीय क्रिकेट अहम है, मैं नहीं । आज भी मैं वही बात कह रहा हूं ।’’
Published: undefined
उन्होंने कहा,‘‘ लोग भूल जाते हैं लेकिन मैं वही व्यक्ति हूं जिसने युवा टीम के साथ इंग्लैंड में आपको अनुकूल परिणाम दिलाए । मुझे यकीन है कि आप जल्दी ही भूल जाओगे क्योंकि अधिकांश लोग न्यूजीलैंड (पिछले महीने भारत में 0 . 3 से मिली हार) के बारे में बात करते रहते हैं । मैने चैम्पियंस ट्रॉफी और एशिया कप में भी जीत दिलाई है ।’’
गंभीर ने दक्षिण अफ्रीका से 0-2 से मिली हार के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘दोष सभी का है और इसकी शुरुआत मुझसे होती है। हमें बेहतर खेल दिखाना होगा। पहली पारी में एक समय हमारा स्कोर एक विकेट पर 95 रन था जो सात विकेट पर 122 रन हो गया। यह स्वीकार्य नहीं है।’’
Published: undefined
उन्होंने कहा, ‘‘आप किसी एक व्यक्ति या किसी ख़ास शॉट को दोष नहीं दे सकते। दोष सबका है। मैंने कभी किसी एक व्यक्ति को दोष नहीं दिया और आगे भी ऐसा नहीं करूंगा। हमें बेहतर खेलना होगा । एक विकेट पर 95 रन से सात विकेट पर 122 रन स्वीकार्य नहीं है ।’’
गंभीर के कोच रहते भारत ने 18 टेस्ट मैचों में से 10 में हार का सामना किया है, जिसमें पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ और अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर मिली हार भी शामिल है।
गुवाहाटी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की हार टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज से उसकी सबसे बड़ी हार है।
Published: undefined
उन्होंने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए आपको बेहद तेज़तर्रार और प्रतिभाशाली क्रिकेटरों की ज़रूरत नहीं है। हमें सीमित कौशल वाले मज़बूत मानसिकता वाले खिलाड़ियों की ज़रूरत है। वे अच्छे टेस्ट क्रिकेटर बनते है।’’
कठिन पिच पर टर्न लेती गेंदों के सामने भारत के टेस्ट खिलाड़ियों की नयी जमात को दिक्कतें पेश आई । यह पूछने पर कि न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत कठिन पिचों पर अच्छे स्पिन आक्रमण का सामना क्यो नहीं कर सका, गंभीर ने कहा कि उस समय टीम संयोजन अलग था । उस टीम में विराट कोहली और रोहित शर्मा थे ।
गंभीर ने कहा ,‘‘ वह श्रृंखला न्यूजीलैंड के खिलाफ थी और हमारी टीम काफी अलग थी । यह टीम अलग है । आप सभी काफी क्रिकेट कवर करते हो लेकिन इस बल्लेबाजी क्रम का अनुभव उस बल्लेबाजी क्रम के खिलाफ कुछ नहीं है । हर मैच की तुलना न्यूजीलैंड श्रृंखला से करना सही नहीं है ।’’
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined