भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एशिया कप 2025 के 12वें मैच में ओमान को हराने के बाद इस टीम के खिलाड़ियों के साथ बातचीत की। इस दौरान सूर्या ने बहुमूल्य सलाह और अनुभव साझा करते हुए विपक्षी टीम के खिलाड़ियों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें मैच के बाद सूर्या ओमान की टीम के सदस्य और सहयोगी स्टाफ बातचीत करते नजर आ रहे हैं।
सूर्यकुमार यादव ने ओमान के खिलाड़ियों से कहा, "पावरप्ले के बाद कोई भी टीम खेल को नियंत्रित करने की कोशिश करेगी। ऐसे में आपको रणनीतिक रूप से खेलना होता है। हर टीम के लिए सीखने लायक काफी कुछ होता हैं, हमारी टीम के पास भी सीखने के लिए बहुत कुछ है। मेरा मानना है कि ऊर्जा और आपसी माहौल बनाए रखना बेहद जरूरी है। जैसे आप सब साथ बैठे थे, वैसे ही चाहे स्कोर 5 विकेट खोकर 50 रन हो या बगैर किसी नुकसान के 60 रन, उस ऊर्जा का असर पूरे ग्रुप पर पड़ता है।"
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श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच शनिवार को दुबई में सुपर-4 का मुकाबला खेला जाएगा। फैंस को उम्मीद है कि ग्रुप-बी की शीर्ष दो टीमों के बीच यह मुकाबला रोमांचक होगा।
श्रीलंका ने ग्रुप-बी के अपने पहले मैच में बांग्लादेश को 6 विकेट से शिकस्त दी थी, जिसके बाद टीम ने हांगकांग के विरुद्ध 4 विकेट से मैच जीता। श्रीलंका ने अफगानिस्तान को 6 विकेट से हराते हुए जीत की हैट्रिक लगाई है।
दूसरी ओर, हांगकांग के खिलाफ सात विकेट से जीत दर्ज करने के बाद बांग्लादेशी टीम को श्रीलंका के विरुद्ध 6 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी। इसके बाद टीम ने अफगानिस्तान के खिलाफ 8 रन से जीत हासिल की।
श्रीलंका को इस मुकाबले में तंजीद हसन और लिटन दास से बल्लेबाजी में उम्मीदें होंगी, जबकि दुष्मंथा चमीरा और नुवान तुषारा अपनी गेंदबाजी से विपक्षी टीम को परेशान कर सकते हैं।
दूसरी ओर, बांग्लादेश को लिटन दास और तंजीद हसन से बल्लेबाजी में उम्मीदें होंगी। तस्कीन अहमद और मुस्तफिजुर रहमान गेंदबाजी में अहम योगदान देते नजर आ सकते हैं।
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भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को होने वाले एशिया कप सुपर 4 के महत्वपूर्ण मैच से पहले कहा कि दोनों टीम के बीच संबंधों को लेकर बाहर हो रही बातों को पूरी तरह से नजरअंदाज करना मुश्किल है लेकिन उन्होंने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि इनमें से कुछ बातें महत्वपूर्ण भी हो सकती हैं।
पिछले रविवार को इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ नाबाद 47 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने वाले भारतीय कप्तान ने न तो टॉस के समय विपक्षी कप्तान सलमान अली आगा से हाथ मिलाया और न ही उस दिन छक्का लगाकर मैच समाप्त करने के बाद खेल के अंत में उनसे हाथ मिलाया।
पहलगाम हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने और जीत को भारतीय सशस्त्र बलों को समर्पित करने के उनके कदम से सुपर 4 मुकाबले से पहले तनाव बढ़ गया ।
तो फिर बाहरी शोर को बंद करने का तरीका क्या है? इस सवाल के जवाब में सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘अपना कमरा बंद करो, अपना फोन बंद करो और सो जाओ। मुझे लगता है कि यह सबसे अच्छी बात है। यह कहना आसान है, लेकिन कभी-कभी यह मुश्किल होता है क्योंकि आप बहुत सारे दोस्तों से मिलते हैं। आप डिनर के लिए बाहर जाते हैं और आपके साथ बहुत सारे खिलाड़ी होते हैं जो ये सब चीजें देखना पसंद करते हैं, इसलिए यह बहुत मुश्किल है।’’
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महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के ओमान के खिलाफ एशिया कप के अपने अंतिम ग्रुप मैच में अपने साथियों को आगे भेजने और खुद बल्लेबाजी करने के लिए नहीं उतरने के फैसले का समर्थन किया।
भारत ने संयुक्त अरब अमीरात और पाकिस्तान पर जीत के बाद पहले ही सुपर 4 में जगह पक्की कर ली थी, इसलिए सूर्यकुमार ने निचले क्रम के बल्लेबाजों को खेलने का मौका देने के लिए बल्लेबाजी क्रम में फेरबदल किया, यहां तक कि खुद को 11वें नंबर पर धकेल दिया।
गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स पर पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान के साथ बातचीत में कहा, ‘‘अगर वह एक ओवर भी बल्लेबाजी करते तो कुछ चौके और छक्के लगा सकते थे और यह उनके लिए अच्छा होता। लेकिन जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी की, शायद उन्हें बल्लेबाजी अभ्यास की जरूरत नहीं है।‘‘
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आर्यन शर्मा, जॉन जेम्स और यश देशमुख भले ही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में बड़ा नाम कमाने का सपना देख रहे हों, लेकिन उन्होंने अपने मूल देश भारत के साथ संबंध नहीं तोड़ा है।
आस्ट्रेलिया अंडर-19 टीम की बहु-प्रारूपीय घरेलू श्रृंखला उनके लिए भारत के कुछ प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से मिलने और विचारों का आदान-प्रदान करने का एक शानदार अवसर है। यह श्रृंखला रविवार से ब्रिस्बेन में शुरू होगी।
ऑलराउंडर जॉन जेम्स जोमेश और स्मिता के पुत्र हैं, जो बेहतर करियर की तलाश में केरल के वायनाड से ऑस्ट्रेलिया चले गए थे, लेकिन शुरुआत में उन्हें ऑस्ट्रेलियाई खेल संस्कृति के साथ तालमेल बिठाने में कठिनाई हुई।
जेम्स ने ब्रिस्बेन से पीटीआई से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मेरे सामने सबसे बड़ी चुनौती तब आई जब हम सिडनी से एक घंटे की दूरी पर सेंट्रल कोस्ट चले गए। ट्रेनिंग और मैचों के लिए आना-जाना मुश्किल था, लेकिन मेरे माता-पिता ने मेरे लिए समय निकालकर इसे आसान बना दिया और यह सुनिश्चित किया कि मुझे सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने का मौका मिले।’’
उनके उभरते करियर का सबसे बड़ा क्षण वह था जब उन्होंने इस वर्ष की शुरुआत में सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट के दौरान पानी पिलाने वाले खिलाड़ी के रूप में काम किया था।
इससे जेम्स को जोश हेजलवुड और मिशेल मार्श से मिलने का मौका मिला जो उनके आदर्श खिलाड़ी हैं।
पीटीआई और आईएएनएस के इनपुट के साथ
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