क्रिकेट

...जब जब भारत ने रोका आस्ट्रेलिया का विजयी रथ, बनाया एक नया इतिहास

भारत ने मंगलवार को यहां के गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा उसे 32 साल में पहली बार इस मैदान पर हार का मुंह देखने को मजबूर किया।

फोटो : IANS
फोटो : IANS 

भारत ने मंगलवार को यहां के गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा उसे 32 साल में पहली बार इस मैदान पर हार का मुंह देखने को मजबूर किया। आस्ट्रेलिया बीते 32 साल से गाबा पर अजेय थी। उसे आखिरी बार 1988 में वेस्टइंडीज ने हराया था। तब के बाद अब भारत ने मेजबान टीम को इस मैदान पर मात दी।

Published: 19 Jan 2021, 5:05 PM IST

यह पहला मौका नहीं है कि जब भारत ने आस्ट्रेलिया के विजयी रथ को रोका है। भारत ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अलग-अलग तरह से अलग-अलग समय पर आस्ट्रेलिया के विजयी रथ को रोका है।

ऐसा पहला मौका आया था 2001 में। आस्ट्रेलिया लगातार 16 टेस्ट जीत हासिल कर चुकी थी और वह अपने अजेय क्रम को बरकरार रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध और काबिल थी। लेकिन कोलकाता का ईडन गार्डन्स स्टेडियम फिर एक ऐसे मैच का गवाह बना जब न सिर्फ आस्ट्रेलिया की जीत का सिलसिला टूटा बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे शानदार जीत भी मिली।

Published: 19 Jan 2021, 5:05 PM IST

राहुल द्रविड़ और वीवीएस. लक्ष्मण ने आस्ट्रेलियाई हार की कहानी लिखी और फॉलोऑन खेलने के बाद भी भारत ने आस्ट्रेलिया को पटका।

इसके बाद 2008 में भारत ने वाका में आस्ट्रेलिया के एशियाई टीमों के खिलाफ चले आ रहे जीत के क्रम को रोका। अनिल कुंबले की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने 2008 में वाका के मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को 72 रनों से हराया था और इसी के साथ वह इस मैदान पर आस्ट्रेलिया को हराने वाली एशिया की पहली टीम बनी थी।

Published: 19 Jan 2021, 5:05 PM IST

वाका के मैदान था सिडनी। 2016 में भारत ने यहां खेले गए वनडे मैच में आस्ट्रेलिया को छह विकेट से मात दी थी और उसके घर में लगातार 19 जीत के सिलसिले पर ब्रेक लगा दिया था।

इसके बाद गाबा का मैदान जहां 32 साल तक आस्ट्रेलिया ने हार नहीं देखी थी लेकिन एक बार फिर भारतीय टीम ने उसके एक और अजेय सिलसिले को रोक दिया।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: 19 Jan 2021, 5:05 PM IST

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: 19 Jan 2021, 5:05 PM IST