अपराध

सावधान! अश्लील तस्वीर दिखा ब्लैकमेल करने वाले गिरोह सक्रिय, गैंग के मास्टरमाइंड को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

पुलिस के अनुसार, नासिर के नेतृत्व वाला गिरोह प्रतिष्ठित व्यक्तियों को उनकी अश्लील तस्वीरों और वीडियो के साथ ब्लैकमेल करके उनसे पैसे वसूलने में शामिल रहा है।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शनिवार को राजस्थान के भरतपुर से एक अंतर्राज्यीय सेक्सटॉर्शन गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार, नासिर के नेतृत्व वाला गिरोह प्रतिष्ठित व्यक्तियों को उनकी अश्लील तस्वीरों और वीडियो के साथ ब्लैकमेल करके उनसे पैसे वसूलने में शामिल रहा है।

Published: undefined

दो अक्टूबर को पुलिस को एक बुजुर्ग की ओर से अलग-अलग नंबरों से रंगदारी मांगने की शिकायत मिली थी। कॉल करने वाले ने अपना परिचय यूट्यूब अधिकारी के रूप में दिया था।

शिकायतकर्ता ने कहा कि कॉल करने वाले यह कहकर मोटी रकम की मांग कर रहे थे कि उन्हें एक लड़की से शिकायत मिली है कि वह उसका शोषण कर रहा है। उन्होंने वीडियो क्लिपिंग भी होने का दावा किया। फर्जी अधिकारियों ने उसका वीडियो अपलोड नहीं करने पर उससे पैसे की मांग की।

Published: undefined

उन्होंने उसे रेप के एक मामले में फंसाने और भुगतान न करने पर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसका वीडियो अपलोड करने की धमकी दी। अपनी प्रतिष्ठा को लेकर चिंतित, उस व्यक्ति ने जबरन वसूली करने वाले द्वारा प्रदान किए गए खातों में 4,00,000 रुपये स्थानांतरित कर दिए।

शिकायत के आधार पर, पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज कर एक जांच शुरू की, जिसके दौरान उन्हें समान तौर-तरीकों और प्रमुख संदिग्धों के मोबाइल नंबर मिले। इसके बाद टीम ने तकनीकी निगरानी की और आरोपी तक पहुंचने वाली विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र की।

यह पाया गया कि जबरन वसूली करने वाले 100 से अधिक मोबाइल फोन और असम, बिहार, राजस्थान, दिल्ली जैसे विभिन्न दूरसंचार क्षेत्रों की फर्जी आईडी पर जारी किए गए 1,000 से अधिक सिम कार्ड का उपयोग कर रहे थे। तकनीकी जांच के दौरान पता चला कि ये लोग भरतपुर के मेवात क्षेत्र से काम कर रहे थे। क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए नासिर को भरतपुर के नागर इलाके से गिरफ्तार किया। ट्रक ड्राइवर नासिर ने देखा था कि उसके सर्कल के कई लोग साइबर धोखाधड़ी और सेक्सटॉर्शन के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं।

पुलिस ने बताया कि पिछले दो साल से वह भी इसी अपराध में शामिल था और व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए लोगों से रंगदारी और ठगी करता था।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined