अर्थतंत्र

आगे अभी और सताएगी महंगाई, वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट से राहत की उम्मीद न के बराबर!

वित्त मंत्रालय ने चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले महीनों में महंगाई का दबाव बना रह सकता है ऐसे में केंद्र सरकार और आरबीआई को इसे लेकर बेहद सतर्क रहने की जरुरत है। सरकार ने मंगलवार को मासिक आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट जारी की जिसमें ये बातें कही गई हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

महंगाई के मोर्च पर आम जनता के लिए अच्छी खबर नहीं है। वित्त मंत्रालय ने जो संकेत दिए हैं उससे लगता है कि लोगों के आगे भी महंगी दरों पर ही सामान खरीदने को मजबूर होना पड़ेगा। वित्त मंत्रालय ने चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले महीनों में महंगाई का दबाव बना रह सकता है ऐसे में केंद्र सरकार और आरबीआई को इसे लेकर बेहद सतर्क रहने की जरुरत है। सरकार ने मंगलवार को मासिक आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट जारी की जिसमें ये बातें कही गई हैं।

Published: undefined

समीक्षा में कहा गया है कि सरकार ने खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए पहले से ही एहतियाती कदम उठाए हैं, जिससे ताजा स्टॉक के आगमन के साथ, बाजार में कीमतों का दबाव जल्द ही कम होने की संभावना है। हालांकि साथ ही, इसमें यह भी कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर औद्योगिक नीतियों के सक्रिय अनुसरण की स्थिति में संभावनाओं को और मजबूत करने के लिए एक्सटर्नल सेक्टर की निगरानी की आवश्यकता है।

Published: undefined

समीक्षा में कहा गया है, "सेवा निर्यात लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और ऐसा जारी रहने की संभावना है। घर से काम करने की प्राथमिकता बनी हुई है, जो आमतौर पर ग्लोबल केपेबिलिटी सेंटर के प्रसार में प्रकट होती है।" लेकिन साथ ही मध्यम अवधि में, भारतीय सेवाओं के निर्यात की मांग और रोजगार पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई तकनीकों के प्रभाव की निगरानी करना भी महत्वपूर्ण है।

Published: undefined

समीक्षा में आगे कहा गया है कि अमेरिकी बांड यील्ड में बढ़ोतरी के कारण वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट का जोखिम है और आगे मौद्रिक सख्ती की आशंका उभरती अर्थव्यवस्थाओं में शेयर बाजारों को प्रभावित करेगी। इसमें कहा गया है, "मैक्रो इकोनोमिक परिस्थितियों में लगभग एक साल की कमी के बाद व्यापक आर्थिक स्थिरता को बनाए रखना एक महत्वपूर्ण नीतिगत उद्देश्य के रूप में वापस आ सकता है।"

 आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined