अर्थतंत्र

अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: शेयर बाजार में भारी गिरावट, 531 अंक लुढ़का सेंसेक्स और एलन मस्क की कंपनी ने बनाया नया रिकॉर्ड

घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को फिर बिकवाली के भारी दबाव में कोहराम का आलम बना रहा। एलन मस्क द्वारा संचालित स्पेसएक्स ने 143 छोटे उपग्रहों के साथ अपने नए राइड शेयर मिशन को लॉन्च कर दिया है।

फोटो : IANS
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शेयर बाजार ने गोता लगाया, सेंसेक्स 531 अंक लुढ़का, निफ्टी 14,239 पर बंद

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घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को फिर बिकवाली के भारी दबाव में कोहराम का आलम बना रहा। सेंसेक्स पिछले सत्र से 531 अंक लुढ़ककर 48,348 के करीब बंद हुआ और निफ्टी भी 133 अंकों की गिरावट के साथ 14,239 पर बंद हुआ। हालांकि कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई, लेकिन मुनाफावसूली हावी होने के कारण दोनों प्रमुख सूचकांक गोता लगाने लगे। ऊर्जा, तेल व गैस समेत आईटी और पावर सेक्टरों में भारी बिकवाली रही, जबकि हेल्थकेयर सेक्टर में लिवाली रहने से बाजार को थोड़ा सहारा मिला। सेंसेक्स बीते सत्र से 530.95 अंकों यानी 1.09 फीसदी की गिरावट के साथ 48,347.59 पर बंद हुआ और निफ्टी भी 133 अंक यानी 0.93 फीसदी फिसलकर 14,238.90 पर ठहरा।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 375.14 अंकों की तेजी के साथ 49,253.68 पर खुलने के बाद 49,263.15 तक चढ़ा, लेकिन बिकवाली के दबाव में बंद होने से पहले 48,274.92 तक फिसला।

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स्पेसएक्स राइडशेयरिंग मिशन ने रिकॉर्ड 143 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया

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एलन मस्क द्वारा संचालित स्पेसएक्स ने 143 छोटे उपग्रहों के साथ अपने नए राइड शेयर मिशन को लॉन्च कर दिया है। यह स्पेस पर एक सिंगल रॉकेट के लिए एक नया रिकॉर्ड है। फ्लोरिडा में स्थित केप कैनेवेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से रविवार को ट्रांसपोर्टर-1 मिशन के नाम से दो स्तरीय फाल्कन रॉकेट को उड़ाया गया।

स्पेसएक्स ने अपने एक ट्वीट में कहा है, "फॉल्कन 9 ने ऑर्बिट में 143 स्पेसक्रॉफ्ट को लॉन्च किया है। किसी सिंगल मिशन में लॉन्च किया गया यह सबसे बड़ा प्रक्षेपण है, जो कि स्पेसएक्स के पहले स्मॉटसैट राइडशेयर प्रोग्राम मिशन को समर्पित रहा।"

स्पेसएक्स के मुताबिक, यह राइडशेयर प्रोग्राम छोटे सैटेलाइट कंपनियों के लिए स्पेस तक पहुंचने की सुविधा को कम लागत में उपलब्ध कराता है, जिसमें किसी 200 किलोग्राम के सैटेलाइट के लिए लागत की शुरुआत दस लाख डॉलर से होती है।

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भारत के 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पिक्सआर्ट लेकर आया विशेष स्टिकर्स

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एडिटिंग ऐप पिक्सआर्ट भारत के 72वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए कई तरह के अनोखे स्टिकर्स लेकर आया है। बंगाली और हिंदी भाषा में उपलब्ध इस ऐप को एप्पल और गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस साल का गणतंत्र दिवस भारत के लिये विशेष है। एक तरफ जहां हम और पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है वहीं भारतवर्ष इस ऐतिहासिक पर्व को कुछ बंदिशों के साथ ही सही, लेकिन मनाने के लिये एकजुट है।

इस महामारी के दौर में लोग सोशल मीडिया से जुड़कर पिक्सआर्ट जैसे ऐप्स के जरिये जश्न मनाएंगे और इस दिन लोग इस प्लेटफॉर्म के असंख्य गणतंत्र स्टिकर्स के जरिये अपनी भावनाओं को अपनी तरह से व्यक्त कर सकते हैं।

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मुंबई में ओंकार ग्रुप के 10 ठिकानों पर ईडी के छापे

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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को मुंबई में ओंकार ग्रुप के बिल्डरों और इसके अधिकारियों -- बाबूलाल वर्मा और कमल किशोर गुप्ता से जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की। ईडी के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, आज ईडी के छापे में मुंबई के प्रमुख बिल्डरों में से एक ओंकार ग्रुप के सात आवासीय और तीन कार्यालय परिसर शामिल थे। अधिकारी ने कहा कि जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई वो वर्मा और गुप्ता से जुड़े हैं।

अधिकारी ने कहा कि समूह पर एसआरए योजनाओं के तहत दी गई विभिन्न अनुमतियों के दुरुपयोग करने का आरोप है। समूह ने यस बैंक से ऋण के रूप में लिए गए लगभग 450 करोड़ रुपये भी डायवर्ट किए थे।

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जायद सीजन की दलहनी, तिलहनी फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही सरकार

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खरीफ और रबी सीजन के साथ-साथ जायद सीजन में भी विभिन्न फसलों की खेती में किसानों की दिलचस्पी विगत वर्षो में बढ़ी है और सरकार भी खासतौर से जायद सीजन की दलहनी व तिलहनी फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है। चालू फसल वर्ष 2020-21 (जुलाई-जून) के जायद सीजन की फसलों की बुवाई के लिए सरकार ने 51 लाख हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है जोकि पिछले सीजन से 50 फीसदी ज्यादा है।

जायद सीजन में मुख्य रूप से तरबूज, ककड़ी, खीरा व कुछ अन्य बागवानी फसलों की खेती ज्यादा होती है। इसके अलावा, दहलन, तिलहन और मोटे अनाजों की खेती भी कई राज्यों में होती है। बिहार में इस सीजन में मूंग और मक्के की खेती सबसे ज्यादा होती है।

मार्च से लेकर जून तक के फसल सीजन को जायद सीजन कहते हैं। इस सीजन में बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक समेत देश के विभिन्न प्रांतों में विभिन्न फसलों की खेती की जाती है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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