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हिमाचल में सीएम को चुनना बना बीजेपी का सरदर्द, केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सामने भिड़े धूमल और ठाकुर समर्थक 

शिमला में पर्यवेक्षक बनाकर भेजी गईं निर्मला सीतारमण और नरेंद्र तोमर के साथ पार्टी नेताओं की बैठक बेनतीजा रही। बैठक के दौरान ही प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर के समर्थकों ने जमकर शक्ति प्रदर्शन किया।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया शिमला में पार्टी की कोर कमिटी की बैठक के दौरान नारेबाजी कर रहे धूमल समर्थक

हिमाचल प्रदेश का चुनाव जीत चुकी बीजेपी मुख्यमंत्री पद को लेकर फंसती नजर आ रही है। सीएम का नाम तय करने के लिए दिल्ली से पर्यवेक्षक बनाकर भेजी गई निर्मला सीतारमण और नरेंद्र तोमर के साथ पार्टी नेताओं की बैठक बेनतीजा रही है। बैठक के दौरान ही प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर के समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान दोनों गुटों के बीच जमकर नारेबाजी और हाथापाई भी हुई।

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इससे पहले दिल्ली से आए पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर के साथ मुख्यमंत्री पद के दावेदारों और पार्टी पदाधिकारियों की 21 दिसंबर की शाम शिमला में हुई बैठक भी बेनतीजा रही थी। इसके बाद केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने 22 दिसंबर को बीजेपी सांसदों के साथ बैठक की। जिसमें कोई बात नहीं बनी। यही नहीं इस बैठक के दौरान ही प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर के समर्थकों के बीच जमकर शक्ति प्रदर्शन हुआ। दोनों गुटों में मारपीट की भी नौबत आ गई। इसी गहमा गहमी के बीच दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षक बैठक खत्म कर वहां से दिल्ली के लिए निकल गए। अब बीजेपी संसदीय दल की बैठक में ही सीएम पद पर फैसला होने की उम्मीद है।

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इससे पहले शिमला पहुंचे दोनों पर्यवेक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, मंडी से लगातार 5वीं बार विधायक चुनकर आए जयराम ठाकुर, पार्टी अध्यक्ष सतपाल सत्ती और अन्य कुछ दावेदारों से अकेले में मुलाकात की। शिमला में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक के दौरान भी प्रेम कुमार धूमल और जयराम ठाकुर के समर्थकों की नारेबाजी जारी रही। जयराम समर्थकों का नारा था- 'जय राम जी आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं।'वहीं धूमल समर्थक 'पूरा हिमाचल बोल रहा है, धूमल धूमल बोल रहा है' का नारा लगा रहे थे। हालांकि अपना चुनाव हार चुके प्रेम कुमार धूमल का कहना है कि उन्होंने आज तक मुख्यमंत्री पद के लिए दौड़ नहीं लगाई है। चुनाव हार चुके धूमल के समर्थक उनको मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठना चाहते हैं। इसके लिए तीन पार्टी विधायकों ने अपनी सीट छोड़ने की घोषणा की है।

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हिमाचल में मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी तीन खेमों में बंटी हुई नजर आ रही है। पहला खेमा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का है, जो अब रेस से बाहर माना जा रहा है। दूसरा खेमा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का है और तीसरा मजबूत खेमा जयराम ठाकुर का है। मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए भेजे गए पार्टी पर्यवेक्षक किसी नाम पर एक राय नहीं बना पाए और अब गेंद बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के पाले में चला गया है। जिसका अर्थ है कि अब हिमाचल के मुख्यमंत्री का नाम दिल्ली से तय होगा। सूत्रों के अनुसार, पार्टी भी जयराम ठाकुर या अन्य किसी जीते हुए व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, लेकिन धूमल गुट इस पर सहमत नहीं है। पार्टी की ओर से धूमल को राज्यसभा भेजने या राज्यपाल बनाने की पेशकश की जा सकती है।

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