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ये हैं न्यूजीलैंड मस्जिद हमले में मारे गए 6 भारतीय, अब तक कुल 50 लोगों की हो चुकी है मौत

न्यूजीलैंड में भारतीय दूतावास ने मस्जिद हमले में 6 भारतीयों के मरने की पुष्टि की है। मरने वाले भारतीयों में रमीज बोहरा, आरिफ बोहरा, महमूद खोखर, एंसी अलीबावा, फराज अहसान और मोहम्मद जुनैद कारा शामिल हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

शुक्रवार को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों पर हुए हमले में मरने वालों की संख्या 50 हो गयी है। इस हमले में मरने वाले 50 लोगों में 6 भारतीय हैं। इसके अलावा एक भारतीय शख्स गंभीर रूप से जख्मी है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मरने वाले भारतीयों में रमीज बोहरा, आरिफ बोहरा, महमूद खोखर, एंसी अलीबावा, फराज अहसान और जुनैद कारा शामिल हैं।

मरने वाले 6 भारतीयों में से रमीज बोहरा हमले के समय मस्जिद के अन्दर अपनी 5 साल की बीमार बेटी के ठीक होने की दुआ मांग रहा था। जबकि एंसी मस्जिद में नमाज पढ़ रही थी। एंसी के पति अब्दुल नजर ने अपनी आंखों से हमला होते हुए देखा, लेकिन वे अपनी पत्नी को बचा नहीं पाए।

कौन हैं न्यूजीलैंड मस्जिद हमले में मारे गए 6 भारतीय

एंसी अलीबावा

केरल के त्रिशूर की निवासी एंसी नूर मस्जिद में नमाज अदा कर रहीं थी। हमले के समय एंसी के पति अब्दुल नजर एक दूसरी मस्जिद में किसी की मय्यत में शामिल होने गए हुए थे। जब नजर वापस लौटे तो उन्होंने नूर मस्जिद पर हमला होते हुए देखा। लेकिन अब्दुल नजर एंसी को बचा नहीं सके।

नजर के एक रिश्तेदार सलीम के मुताबिक नजर ने शनिवार को अपने केरल स्थित परिवार को फोन करके बताया कि एंसी हमले के दौरान जख्मी हो गयीं हैं। लेकिन न्यूजीलैंड में ही रह रहे एंसी के एक अन्य रिश्तेदार ने मस्जिद में जाकर एंसी की मौत की पुष्टि की। नजर और एंसी 2017 में शादी के बाद एक साल पहले ही न्यूजीलैंड के क्राइस्ट चर्च शिफ्ट हुए थे।

मोहम्मद जुनैद कारा

न्यूजीलैंड मस्जिद हमले में मारे गए मुहम्मद जुनैद गुजरात के नवसारी के रहने वाले हैं। शुक्रवार को जुनैद के परिवार को उनकी मौत की खबर दी गयी थी। जुनैद के अलावा गुजरात के अन्य 3 लोग भी इस हमले में मारे गए हैं।

रमीज बोहरा और आरिफ बोहरा

शुक्रवार हमले के दौरान वडोदरा गुजरात के रमीज और उसके पिता आरिफ नमाज के लिए मस्जिद में मौजूद थे और रमीज की 5 साल की बेटी के ठीक होने के लिए दुआ मांग रहे थे। तभी अचानक एक शख्स ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं, जिसके बाद दोनों बाप बेटों की मौत हो गयी। आरिफ के भाई मोहसिन अपने दोनों रिश्तेदारों के शवों को लाने के लिए शनिवार को न्यूजीलैंड के लिए निकल गए हैं। रमीज का एक भाई राहिल, ऑस्ट्रेलिया में काम करता है। भाई की मौत की खबर मिलते ही राहिल परिवार की मदद के लिए न्यूजीलैंड के लिए निकल गए।

महबूब खोखर

अहमदाबाद के जुहापुरा निवासी 65 बर्षीय महबूब खोखर पहली बार अपने बेटे इमरान से मिलने के लिए न्यूजीलैंड गए थे। शुक्रवार को हुए हमले में महबूब बुरी तरह से जख्मीं हो गए थे। शनिवार को इलाज के दौरान महबूब ने भी दम तोड़ दिया।

इमरान के एक दोस्त ने एक अखबार को बताया कि इमरान 9 साल पहले यहां आया था। उसके पिता महबूब पहली बार यहां अपने बेटे से मिलने आये थे। इस समय इमरान का परिवार गहरे सदमें में है और किसी से कुछ भी कहने की हालत में नहीं है।

फराज अहसान

न्यूजीलैंड में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रह रहे सॉफ्टवेर इंजीनियर फराज का ताल्लुक हैदराबाद से था। फराज के पिता के अनुसार शुक्रवार हमले के बाद से फराज लापता थे जिसके बाद शनिवार को उनकी पत्नी को उनकी मौत के बारे में बताया गया।

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