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दुनिया: पाक के मुख्य न्यायाधीश समेत 4 जजों को हटाने की मांग और क्वेटा में बड़ा धमाका, चार लोगों की मौत

पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बांदियाल सहित पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट (एससी) के चार जजों के खिलाफ एसजेसी में शिकायत दायर की गई है। क्वेटा के कंधारी बाजार में खड़े पुलिस वाहन में विस्फोट हो गया, जिसमें एक पुलिसकर्मी सहित चार लोगों की मौत हो गई।

फोटो: IANS
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क्वेटा में पुलिस वाहन के पास विस्फोट, चार लोगों की मौत

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क्वेटा के सहारा-ए-अल्लामा इकबाल के कंधारी बाजार में खड़े पुलिस वाहन में विस्फोट हो गया, जिसमें एक पुलिसकर्मी सहित चार लोगों की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए, इसके अलावा आसपास खड़ी कई वाहनों में आग लग गई। समा टीवी ने बताया कि शुरूआती रिपोर्ट के मुताबिक, आठ लोग घायल हो गए हैं और उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे देश में ईद की खरीदारी में तेजी आने के कारण बाजार में भीड़ थी।

कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच गई, राहत कार्य जारी है। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।

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पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश, 3 अन्य न्यायाधीशों को हटाने की मांग

मुख्य न्यायाधीश उमर अता बांदियाल सहित पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट (एससी) के चार जजों के खिलाफ सोमवार को सुप्रीम ज्यूडिशियल काउंसिल (एसजेसी) में शिकायत दायर की गई, जिसमें उन्हें पद से हटाने की मांग की गई। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, शिकायत में सीजेपी बांदियाल के अलावा जस्टिस मुनीब अख्तर, जस्टिस इजाजुल अहसन और जस्टिस मजहर अली नकवी का नाम लिया गया है।

शिकायतकर्ता, एडवोकेट सरदार सलमान अहमद डोगर ने कहा कि सभी चार न्यायाधीश कदाचार के दोषी हैं और संविधान के अनुच्छेद 209 के उल्लंघन में लगातार काम किया। शिकायत में कहा गया- आदरणीय सीजे बांदियाल प्रांतीय चुनाव मामले की सुनवाई करने वाली पीठ के प्रमुख के रूप में, और सम्मानित न्यायमूर्ति नकवी के खिलाफ आरोपों की जांच से इनकार करके एसजेसी के अध्यक्ष के रूप में, और खुली अदालत में घोषणा करके कि वह न्यायाधीश के खिलाफ कार्यवाही शुरू करने के बजाय, न्यायमूर्ति नकवी को उनके साथ बेंच में शामिल करके एक 'मूक संदेश' दे रहे थे, न्यायिक और प्रशासनिक कदाचार में लिप्त रहे हैं।

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चीन ने प्रमुख कार्यकर्ताओं को जेल में डाला

 तीन साल से अधिक समय तक हिरासत में रहने के बाद दो प्रमुख चीनी कार्यकर्ताओं को अब जेल में डाल दिया गया है। मीडिया रिपोटरें में यह जानकारी दी गई है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, वकील डिंग जियाक्सी की पत्नी ने ट्वीट किया कि शेडोंग प्रांत की एक अदालत ने उन्हें 12 साल की जेल की सजा सुनाई है।

उन्होंने कहा कि अन्य कार्यकर्ता, कानूनी विद्वान जू झियोंग को 14 साल की जेल हुई है। उनका बंद कमरे में परीक्षण जून 2022 में हुआ था। कार्यकर्ताओं पर व्यापक कार्रवाई के तहत उन्हें 2019 और 2020 में हिरासत में लिया गया था। 2010 में, डिंग और जू ने नए नागरिक आंदोलन की सह-स्थापना की थी, जो नागरिक अधिकारों और सरकारी पारदर्शिता के लिए अभियान चलाता है।

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कनाडा में मस्जिद के बाहर धार्मिक अपशब्द कहने के आरोप में शख्स गिरफ्तार

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कनाडा की पुलिस ने ओंटारियो की एक मस्जिद में नफरत से प्रेरित घटना में एक 28 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और उस पर लोगों को धमकाने और धार्मिक अपमान करने का आरोप लगाया है। शरण करुणाकरन ने एक शख्स पर सीधे गाड़ी चढ़ा दी और उसके बाद उसे धमकी दी और धार्मिक अपशब्द कहे।

चश्मदीदों ने पुलिस को बताया कि उसने खतरनाक तरीके से पार्किं ग में गाड़ी चलाई। संदिग्ध की पहचान की गई और उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया, जबकि उसका पता लगाने के प्रयास किए गए। आधी रात के बाद, 7 अप्रैल को, यॉर्क क्षेत्रीय पुलिस के सदस्यों ने खुफिया इकाई और घृणा अपराध इकाई की सहायता से टोरंटो में संदिग्ध को गिरफ्तार किया।

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सऊदी-हूथी वार्ता से यमन में संघर्ष विराम की उम्मीद

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सऊदी अरब और यमन के हूथी मिलिशिया के बीच युद्ध की आपदा झेल रहे देश में संघर्ष विराम फिर लागू करने के लिए सीधी वार्ता शुरू हो गई है। एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने रविवार को शिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया कि सऊदी अधिकारियों और हूथी के बीच यमन की राजधानी सना में पहली बार बातचीत हो रही है। सना इस समय ईरान समर्थित मिलिशिया हूथी के नियंत्रण में है।

अधिकारी ने बताया कि इन वार्ताओं से यमन में जारी संघर्ष के समाधान की उम्मीद जगी है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि वार्ता का सकारात्मक परिणाम निकलेगा। उन्होंने संकेत दिए कि स्थानीय युद्धरत पक्ष और सऊदी अरब शुरुआती तौर पर छह महीने के संघर्ष विराम को, जो समाप्त हो चुका है, एक वर्ष तक बढ़ाने के लिए सहमत हुए हैं।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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