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केरल में फैले निपाह वायरस के दूसरे राज्यों में फैलने का खतरा! कर्नाटक ने जारी किया सर्कूलर

केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। यहां निपाह वायरस से 2 लोगों की मौत हो चुकी है। मौत के बाद अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने 7 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बना दिया है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

केरल के कोझिकोड में फैला निपाह वायरस के दूसरे राज्यों में फैलने का खतरा मंडराने लगा है। डर इस बात का है जो सैलानी केरल घूमने गए हैं, या फिर घूमने जाने के बारे में सोच रहे हैं, उनके लिए खतरा है। कहीं उनके जरिए दूसरे राज्यों में यह वायरस फैल न जाए। यही वजह है कि कर्नाटक सरकार ने अपने राज्य के लोगों के लिए एक सर्कूलर जारी किया है। कर्नाटक सरकार ने सर्कूलर जारी करते हुए कहा कि लोगों को केरल के प्रभावित क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है।

Published: 15 Sep 2023, 9:06 AM IST

केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। यहां निपाह वायरस से 2 लोगों की मौत हो चुकी है। मौत के बाद अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने 7 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बना दिया है। निपाह वायरस का ‘बांग्लादेश वेरिएंट’ केरल के कोझिकोड जिले में तेजी से फैल रहा है। इसका छठां केस भी सामने आ गया है। निपाह के चार सक्रिय मामले हैं। ऐसे में लोगों में दहशत का माहौल है।

Published: 15 Sep 2023, 9:06 AM IST

क्या है निपाह वायरस?

निपाह एक तरह का दिमागी बुखार है, जिसका संक्रमण तेजी से फैलता है। चिकित्सा शोध से पता चलता है कि यह चमगादड़ और सूअर के जरिए इंसानों में तेजी में फैलता है। जो फल चमगादड़ या सूअर के संपर्क में आते हैं, उन्हीं के जरिए यह बीमारी इंसानों तक पहुंचती है। संक्रमण के 48 घंटे के भीतर यह व्यक्ति को कोमा में पहुंचा देती है। इसकी जद में जो भी व्यक्ति आता है उसे सांस लेने में दिक्कत के साथ सिर में भयानक दर्द और तेज बुखार होता है।

कहा जाता है कि इस वायरस की पहचान 1998 में सबसे पहले मलेसिया में हुई थी। उस वक्त इस बीमारी की चपेट में 250 से अधिक लोग आए थे। 40 फीसदी से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

Published: 15 Sep 2023, 9:06 AM IST

निपाह वायरस के लक्षण क्या हैं?

यह इंसान और जानवरों में फैलने वाला संक्रमण है। मनुष्यों में निपाह वायरस की वजह से ब्रेन में सूजन आ जाती है। बुखार, सिरदर्द, चक्कर, मानसिक भ्रम होता है। रोगी को सांस संबंधित समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।

Published: 15 Sep 2023, 9:06 AM IST

ऐसे करें बचाव

इस बीमारी से बचने के लिए फलों, खासकर खजूर खाने से बचना चाहिए। पेड़ से गिरे फलों को नहीं खाना चाहिए। बीमार सुअर और दूसरे जानवरों से दूरी बनाए रखनी चाहिए। संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं रखें।

Published: 15 Sep 2023, 9:06 AM IST

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Published: 15 Sep 2023, 9:06 AM IST