हालात

उत्तर प्रदेश: गोरखपुर में चमगादड़ों की मौत से हड़कंप, दहशत में लोग, जांच के लिए भेजा गया वेट रिसर्च सेंटर

इस घटना के महज कुछ ही समय के अंदर गोरखपुर और इसके आसपास के इलाकों में मौजूद लोगों में डर पैदा हो गया। एक वरिष्ठ नागरिक अशोक वर्मा ने कहा, "गर्म हवाओं का अनुभव हमने पहले भी किया है, लेकिन इससे पहले इतने बड़े पैमाने पर मौतें पहले कभी नहीं हुई है।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बेलघाट इलाके में मौजूद एक आम के बगीचे में मंगलवार को चारों ओर कई सारे चमगादड़ों को मृत पाया गया, जिसके बाद बाग के मालिक पंकज शाही ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। वन विभाग के कर्मी जिस समय तक वहां पहुंचे, तब तक और भी अधिक चमगादड़ों की पेड़ से गिरकर मौत हो चुकी थी, जिसके चलते यह आंकड़ा 52 तक पहुंच गया।

Published: undefined

प्रभागीय वनाधिकारी अवनीश कुमार ने कहा, "मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए तीन चमगादड़ों के शवों को बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में भेजा गया है।" उन्होंने आगे कहा, "मौत होने की वजह गर्म हवाओं की लपटें या कीटनाशक हो सकती है। इस वक्त इसे कोरोना से जोड़कर देखा जाना उचित नहीं।"

Published: undefined

हालांकि इस घटना के महज कुछ ही समय के अंदर गोरखपुर और इसके आसपास के इलाकों में मौजूद लोगों में डर पैदा हो गया। एक वरिष्ठ नागरिक अशोक वर्मा ने कहा, "गर्म हवाओं का अनुभव हमने पहले भी किया है, लेकिन इससे पहले इतने बड़े पैमाने पर मौतें पहले कभी नहीं हुई है। इसके अलावा चमगादड़ों के लिए पानी कौन रखता है? दाल में कुछ काला तो है, लेकिन अधिकारी इसे छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे कैसे महज एक ही घंटे के भीतर 52 चमगादड़ इस तरह से अचानक मर सकते हैं?" सहजनवा के निवासी विशेष कुमार सिंह ने बताया कि यह हादसा कोरोना महामारी से जुड़ा हुआ है।

Published: undefined

उन्होंने जोर देकर कहा, "मैंने टीवी पर देखा है कि कोरोना वायरस के लिए चमगादड़ जिम्मेदार हैं। अधिकारियों को इसे गंभीर रूप से लेना चाहिए और इसी के अनुरूप आगे की कार्रवाई करनी चाहिए। हम सभी चिंतित हैं क्योंकि इससे पहले ऐसा कुछ पहले कभी नहीं हुआ।"

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined