मानसून के असम पहुंचने के बाद पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार और इस कारण बाढ़ की हालत ने विकराल रूप ले लिया है। राज्य के 16 जिलों के 704 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अधिकारियों ने यह जानकारी शुक्रवार का दी। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने सभी जिलों के उपायुक्तों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।
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वहीं बारिश और बाढ़ की चपेट में आने से राज्य में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रह्मपुत्र नदी और इसकी सहायक नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और इसके चलते धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वनाथ, उदलगुड़ी, दरंग, बक्सा, कोकराझार, बारपेटा, नागांव, गोलाघाट, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
एएसडीएमए ने कहा कि जिला विभागों ने छह जिलों में 142 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जहां 19,000 से अधिक लोग रहे रहे हैं।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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