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पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सरकारी आवास खाली किया, दिल्ली में अभय चौटाला के फार्महाउस में हुए शिफ्ट

इनेलो प्रमुख अभय चौटाला ने बताया कि हमारे परिवार के घनखड़ जी से पुराने रिश्ते रहे हैं। हमने उनसे हमारे घर में रहने की अपील की, जो उन्होंने मान ली। धनखड़ और चौटाला परिवार के बीच करीब 40 साल पुराना रिश्ता है।

पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सरकारी आवास खाली किया, दिल्ली में अभय चौटाला के फार्महाउस में हुए शिफ्ट
पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सरकारी आवास खाली किया, दिल्ली में अभय चौटाला के फार्महाउस में हुए शिफ्ट फोटोः सोशल मीडिया

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पद से इस्तीफा देने के छह हफ्ते बाद अपने सरकारी आवास को खाली कर दिया है। धनखड़ दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर इलाके में स्थित एक निजी फार्महाउस में शिफ्ट हो गए हैं। खबरों के अनुसार, छतरपुर के गदाईपुर इलाके में स्थित यह फार्महाउस इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) नेता अभय चौटाला का है।

एक अधिकारी ने भी ‘पीटीआई’ को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अंतरिम व्यवस्था के तहत इस निजी फार्महाउस में तब तक रहेंगे जब तक उन्हें टाइप-8 का सरकारी आवास आवंटित नहीं कर दिया जाता, जिसके वह पूर्व उपराष्ट्रपति होने के नाते हकदार हैं।

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दैनिक भास्कर के अनुसार, इनेलो प्रमुख अभय चौटाला ने बताया कि हमारे परिवार के घनखड़ जी से पुराने रिश्ते रहे हैं। हमने उनसे हमारे घर में रहने की अपील की, जो उन्होंने मान ली। यहां बता दें कि धनखड़ और चौटाला परिवार के बीच करीब 40 साल पुराना रिश्ता है। धनखड़ हरियाणा के जाट नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। 1989 लोकसभा चुनाव में देवीलाल ने धनखड़ को झुंझुनूं सीट से टिकट दिया था। जीतने पर जब देवीलाल उपप्रधानमंत्री बने तो धनखड़ को भी सरकार में मंत्री पद मिला। हालांकि जब वीपी सिंह ने देवीलाल को मंत्रिमंडल से बाहर किया तो धनखड़ अकेले मंत्री थे जिन्होंने विरोध में इस्तीफा दिया था।

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धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए संसद के मानसून सत्र के पहले दिन 21 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और तब से वह जनता की नजरों से दूर हैं। धनखड़ के गायब रहने पर विपक्ष ने हाउस अरेस्ट जैसे कई आरोप लगाए। हालांकि सरकार ने इनसे इनकार किया। धनखड़ अब तक संसद भवन के पास उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में रह रहे थे।

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उपराष्ट्रपति के रूप में धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 को समाप्त होना था। धनखड़ के इस्तीफे के बाद उनके उत्तराधिकारी के चयन के लिए 9 सितंबर को चुनाव होना है। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का मुकाबला विपक्ष के उम्मीदवार और उच्च्तम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच है।

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