हालात

सपा गठबंधन छोड़ योगी सरकार में शामिल होने की खबरों पर ओम प्रकाश राजभर का आया बयान, जानें क्या कहा?

खबर आई थी कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर सपा का साथ छोड़कर एक बार फिर से बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। खबर थी कि राजभर ने शुक्रवार को गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात की।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात करने की खबर पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की प्रतिक्रिया सामने आ गई है। उन्होंने कहा, “यह खबर निराधार है, न मैं दिल्ली गया था और न ही मैं किसी से मिला। हम स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी में लग हुए हैं और समाजवादी पार्टी गठबंधन के जो हमारे प्रत्याशी हैं उनको जिताने के लिए हम काम कर रहे हैं।”

Published: undefined

इससे पहले खबर आई थी कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर सपा का साथ छोड़कर एक बार फिर से बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। खबर थी कि राजभर ने शुक्रवार को गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से नई दिल्ली में मुलाकात की। बताया जा रहा थी कि इस मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे। मुलाकात को लेकर अब ओम प्रकाश राजभर ने चुप्पी तोड़ी और उन्होंने इस खबर को सिरे से खारिज कर दिया।

हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में, राजभर ने अखिलेश यादव के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और 6 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। सूत्रों की माने तो बीजेपी के साथ आने पर ओम प्रकाश राजभर को एक बार फिर से योगी सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल किया जा सकता है

Published: undefined

आपको बता दें कि, 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा बीजेपी के साथ मिलकर लड़ी थी। एनडीए के सत्ता में आने के बाद राजभर को योगी सरकार में मंत्री के तौर पर भी शामिल किया गया था लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान दोनों दलों के बीच खटास पैदा हो गई। इसी वजह से चुनाव खत्म होते ही योगी आदित्यनाथ ने राजभर को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। उसके बाद से ही राजभर ने प्रदेश में बीजेपी को हराने का अभियान छेड़ दिया था और 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वो अखिलेश यादव के गठबंधन में शामिल हो गए थे लेकिन नतीजा उनके पक्ष में नहीं आया। गठबंधन साथियों के साथ मिलकर 273 विधायकों के प्रचंड बहुमत के साथ योगी आदित्यनाथ दोबारा से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उससे पहले ही विरोधी सपा गठबंधन में टूट-फूट का दौर शुरू हो गया है।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined