हालात

वाराणसी: गांगा नदी में 30 से ज्यादा श्रद्धालुओं से भरी नाव पलटी, मची चीख पुकार, किया गया रेस्क्यू, 2 की हालत गंभीर

स्थानीय नाविकों के साथ पुलिस और बचाव टीम करीब 30 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। खबरों के मुताबिक, इस घटना में दो लोगों की हालात गम्भीर है, जिन्हें कबीर चौरा अस्पताल भेजा गया है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

वाराणसी के अहिल्याबाई घाट के सामने एक हादसे की खबर सामने आ रही है। यात्रियों से भरी नाव सुबह सवेरे अचानक डूब गई। गंगा में नाव डूबने से मौके पर चीख पुकार मच गई।

मौके पर पहुंचे स्थानीय नाविकों के साथ पुलिस और बचाव टीम करीब 30 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। खबरों के मुताबिक, इस घटना में दो लोगों की हालात गम्भीर है, जिन्हें कबीर चौरा अस्पताल भेजा गया है।

Published: undefined

खबरों के मुताबिक, सभी यात्री दक्षिण भारत के केरल के रहने वाले हैं। इस हादसे के बाद नाविक फरार हो गया। एक शख्स ने बताया कि नाव वाले ने केरल से आए 30 से ज्यादा यात्रियों को नाव में बैठा लिया, जिसके थोड़ी देर बाद नाव में पानी भर गया। इस दौरान नाव पलट गई, जिसके बाद नाव चालक फरार हो गया।

Published: undefined

दशाश्वमेध एसीपी अवधेश पांडेय ने बताया कि श्रद्धालुओं को लेकर नाव दर्शन पूजा के लिए निकली, नाव में बैठे यात्रियों की संख्या 30 से अधिक थी। नाव वाले ने यात्रियों को लाइफ जैकेट नहीं दी थी। इस दौरान नाव में पानी भरने लगा। जिससे लोग घबरा गए।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined

  • उपराष्ट्रपति चुनाव: केजरीवाल ने विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी का किया समर्थन, सभी से साथ देने की अपील की

  • ,
  • खेल: एशिया कप से श्रेयस अय्यर को बाहर रखना चौंकाने वाला! और एशिया कप में पाकिस्तान से खेलने से नहीं रोकेगा केंद्र

  • ,
  • बड़ी खबर LIVE: बी सुदर्शन रेड्डी बोले- उपराष्ट्रपति का दायित्व राजनीतिक दायित्व नहीं है, यह उच्च संवैधानिक दायित्व है

  • ,
  • हरियाणा: भारी बवाल के बीच भिवानी में शिक्षिका मनीषा का हुआ अंतिम संस्कार, 3 बार हुआ पोस्टमार्टम, CBI करेगी जांच

  • ,
  • संसद अनिश्चितकाल तक स्थगित, हंगामे की भेंट चढ़ा पूरा सत्र, लोकसभा में सिर्फ 37 घंटे हुई चर्चा, राज्यसभा में 41 घंटे