
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान गर्दन में ऐंठन के शिकार हुए भारतीय कप्तान शुभमन गिल का फिटनेस टेस्ट शुक्रवार को होगा ताकि दूसरे टेस्ट के लिये उनकी उपलब्धता का पता चल सके। कोलकाता में पहले टेस्ट के दूसरे दिन गिल की गर्दन में ऐंठन आ गई थी और उसके बाद से उन्होंने नेट्स पर अभ्यास नहीं किया है। दूसरे टेस्ट में उनके खेलने की संभावना कम है जबकि बीसीसीआई की खेल विज्ञान टीम अंतिम फैसला लेने से पहले इंतजार करना चाहती है। दूसरा और आखिरी टेस्ट शनिवार से खेला जाएगा।
भारत के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने अभ्यास सत्र से पहले कहा, ‘‘वह तेजी से फिट हो रहा है क्योंकि मैं उससे कल ही मिला था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब फैसला कल शाम को लिया जायेगा क्योंकि फिजियो और डॉक्टर देखेंगे कि पूरी तरह से फिट होने के बाद भी क्या मैच के दौरान फिर ऐंठन होने की आशंका है।’’ कोटक ने कहा, ‘‘अगर ऐसी आशंका होगी तो उसे एक मैच के लिये और आराम दिया जायेगा। शुभमन जैसा खिलाड़ी और वह कप्तान भी है तो टीम को उसकी कमी खलेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर वह नहीं खेलता है तो भी हमारे पास कई अच्छे खिलाड़ी हैं। वे पेशेवर हैं और टीम के लिये अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि शुभमन खेलेगा लेकिन नहीं भी खेलता है तो हमारे पास विकल्प हैं।’’
कोलकाता में पहले टेस्ट में ध्रुव जुरेल ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी और कोटक ने इस संभावना से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘जुरेल चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करता है तो वह विकल्प है। लेकिन जब तक शुभमन के बारे में पता नहीं चलता तो इस पर बात करने से कोई फायदा नहीं है।’’ समझा जाता है कि गिल को पूरी तरह से उबरने में दस दिन लगेंगे। अगर वह टेस्ट मैच खेलता है तो उसे 30 नवंबर से रांची में शुरू हो रही तीन वनडे मैचों की श्रृंखला से आराम दिया जा सकता है।
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भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में शनिवार से सीरीज का दूसरा टेस्ट शुरू हो रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय कप्तान शुभमन गिल इस टेस्ट का हिस्सा नहीं होंगे। उनकी जगह ऋषभ पंत टीम की कप्तानी करते हुए नजर आएंगे। ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक शुभमन गिल भारतीय टीम के साथ गुवाहाटी गए हैं लेकिन गर्दन की इंजरी से वह पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं। गिल गुरुवार को अभ्यास सत्र में भी भारतीय टीम के साथ नहीं थे। ऐसे में उनका गुवाहाटी टेस्ट से बाहर रहना लगभग तय है। शुभमन गिल की जगह विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भारतीय टीम की कप्तानी करते हुए नजर आ सकते हैं। पंत टीम के उपकप्तान हैं, ऐसे में पूरी संभावना है कि वही कप्तानी करेंगे। वहीं गिल की जगह प्लेइंग इलेवन में साई सुदर्शन या फिर देवदत्त पड्डिकल को जगह दी जा सकती है।
ऋषभ पंत पहली बार भारतीय टीम की टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी करेंगे। एमएस धोनी के बाद टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले वह दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज होंगे। रोहित शर्मा के बाद ऋषभ पंत को ही भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान माना जा रहा था, लेकिन इंजरी की वजह से उनका लंबे समय तक क्रिकेट से बाहर रहना और इस दौरान शुभमन गिल का निरंतर उम्दा प्रदर्शन, पंत को कप्तानी की दौड़ में पीछे कर गया। पंत ने इसके पूर्व 5 टी20 मैचों में भारत की कप्तानी की है। टीम इंडिया ने 2 मैचों में जीत हासिल की है, जबकि 2 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। 1 मैच का परिणाम नहीं निकला। ऋषभ पंत टेस्ट फॉर्मेट में भारत के लिए बेहद अहम हैं। वे तेजी से रन बनाते हुए मैच के परिणाम भारत के पक्ष में करते रहे हैं। पंत ने 48 टेस्ट मैचों की 84 पारियों में 8 शतक और 18 अर्धशतक की मदद से 3,456 रन बनाए हैं।
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ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पर्थ में 21 नवंबर से एशेज (2025-26) का पहला टेस्ट खेला जाएगा। अपनी धरती पर ऑस्ट्रेलिया हमेशा से किसी भी विपक्षी टीम के लिए बड़ा खतरा साबित होती है। लेकिन पर्थ ऑस्ट्रेलिया के लिए विशेष है। ऑस्ट्रेलिया ने इस वेन्यू पर सिर्फ एक टेस्ट मैच गंवाया है। इसलिए शुक्रवार से शुरू हो रहा मुकाबला इंग्लैंड के लिए आसान नहीं होने वाला। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट का एक गौरवशाली और समृद्ध इतिहास रहा है। एशेज सीरीज 1882 से खेली जा रही है। हर दो साल के बाद सीरीज का आयोजन होता है। वेन्यू कभी इंग्लैंड तो कभी ऑस्ट्रेलिया होता है। दोनों देशों के बीच 361 टेस्ट खेले गए हैं। 152 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया, तो 112 टेस्ट में इंग्लैंड जीती है। 97 टेस्ट ड्रा रहे हैं।
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड पर्थ में पहली बार टेस्ट खेलेंगे। पर्थ टेस्ट इंग्लैंड के लिए बेहद मुश्किल होने वाला है, क्योंकि इस वेन्यू पर ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड बेहतरीन है। ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में सिर्फ एक मैच गंवाया है। पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज करने वाली इकलौती टीम भारत है। 2024 में भारत ने पर्थ में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। इसके अलावा, भारत (2018), पाकिस्तान (2023), वेस्टइंडीज (2022), और न्यूजीलैंड (2019) के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट में पर्थ में जीत दर्ज की है। पर्थ में पहला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने 2018 में भारत के खिलाफ खेला था। भारत और ऑस्ट्रेलिया इस वेन्यू पर 2 बार आमने-सामने हो चुके हैं और दोनों को 1-1 बार जीत मिली है। पर्थ में ऑस्ट्रेलिया का सर्वाधिक स्कोर 4 विकेट पर 598 है। मार्नस लाबुशेन 4 टेस्ट मैचों में 3 शतक की मदद से 524 रन बनाकर वेन्यू पर ऑस्ट्रेलिया के श्रेष्ठ स्कोरर हैं। 5 टेस्ट मैचों में नाथन लियोन 29 विकेट लेकर शीर्ष गेंदबाज हैं।
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एशियाई कप 2027 क्वालीफायर में बांग्लादेश से 0 . 1 से मिली हार के बाद भारतीय टीम ताजा फीफा रैंकिंग में छह पायदान गिरकर 142वें स्थान पर आ गई है। खालिद जमील की कोचिंग वाली टीम 2003 के बाद पहली बार बांग्लादेश से हार गई जिससे टीम की काफी आलोचना हुई है। पिछले महीने गोवा में सिंगापुर के हाथों हारने के बाद भारत एशिया कप की दौड़ से बाहर हो चुका है।
भारत की अक्टूबर 2016 के बाद यह सबसे खराब रैंकिंग है। उस समय टीम 148वें स्थान पर थी। दिसंबर 2023 में भारत रैंकिंग में 102वें स्थान पर पहुंचा था लेकिन उसके बाद से रैंकिंग लगातार खराब हुई है। एशिया की 46 टीमों में भारत अब 27वीं रैंक पर है जिसमें जापान 18वें स्थान पर है। भारत की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 94 थी जो उसे फरवरी 1996 में मिली थी।
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विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में महिला मुक्केबाजों ने देश के लिए चार स्वर्ण पदक जीते हैं। शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में गुरुवार को खेले गए अलग-अलग भार वर्ग के फाइनल मुकाबलों में भारतीय महिला मुक्केबाजों ने चार स्वर्ण जीते। सबसे पहला स्वर्ण मीनाक्षी हुड्डा ने जीता। मीनाक्षी ने 48 किग्रा फाइनल में फोजिलोवा फरजोना को 5-0 से हराया। प्रीति ने महिलाओं के 54 किग्रा फाइनल में इटली की सिरीन चाराबी को 5-0 से हराया। अरुंधति चौधरी ने महिलाओं के 70 किग्रा फाइनल में उज्बेकिस्तान की जोकिरोवा अजीजा को 5-0 से हराया। नूपुर ने 80+ किग्रा फाइनल में उज्बेकिस्तान की सोटिम्बोएवा ओल्टिनोय पर 5-0 से जीत के साथ देश के लिए दिन का चौथा स्वर्ण जीता।
जीत के बाद अरुंधति चौधरी ने कहा, "यह बहुत मुश्किल था। मैं इसे शब्दों में बयां भी नहीं कर सकती। पिछले डेढ़ साल से मैं बहुत ज्यादा तनाव में थी। स्वर्ण पदक जीतकर अच्छा लग रहा है।" नूपुर ने जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछली बार जब मैंने रजत पदक जीता था, उसी समय स्वर्ण पदक जीतने का दावा किया था। उस समय मुझे ट्रोल किया गया था, लेकिन मैंने अपना वादा पूरा कर दिया है। जदुमणि महिलाओं के 50 किग्रा फाइनल में उज्बेकिस्तान की असिलबेक जलीलोव से अपना फाइनल बाउट हार गईं।
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