पेगासस कांड का खुलासा करने वाली वेबसाइट द वायर के संस्थापक संपादक एम के वेणु का कहना है कि सरकार को इस मामले में खुद ही सफाई देनी होगी और सच बताना होगा कि उसने इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल जासूसी के लिए नहीं किया है। उन्होंने कि सरकार ने अभी तक सिर्फ यह कहा है कि इससे सरकार का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन यह नहीं कहा कि उसने यह सॉफ्टवेयर लिया है या नहीं। एम के वेणु ने कहा कि जिन लोगों के फोन हैक किए जा रहे थे या हैक करने की कोशिश हुई उनमें सरकार और बीजेपी के आलोचक और विपक्षी नेता ही नहीं, बल्कि ऐसे लोग भी हैं जो सरकार के समर्थक हैं और उनके सरकार और बीजेपी के साथ नजदीकी रिश्ते हैं। उन्होंने संकेत दिया कि अभी और भी नाम सामने आ सकते हैं।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined