देश

सेना के साजो-सामान बनाने वाली 3 बड़ी कंपनियों में काम ठप, मोदी सरकार के खिलाफ हड़ताल पर हजारों कर्मचारी

मोदी सरकार के कदम के खिलाफ देश भर की 41 ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों के हजारों कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कई अधिकारी और संगठन भी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। इसी आन्दोलन के समर्थन में रक्षा सामान बनाने वाली पुणे की तीन बड़ी कंपनियों के कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

देश की सेना के लिए रक्षा के साजोसामान का उत्पादन करने वाली पुणे की तीन कंपनियों में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है, जिसकी वजह से उत्पादन पूरी तरह से रुक गया है। इन फैक्ट्रियों के करीब 7 हजार कर्मचारी फैक्ट्री के बाहर हड़ताल पर बैठे हैं। ये सभी कर्मचारी नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा ऑर्डिनेंस फैक्टरी बोर्ड (ओएफबी) के ‘कॉर्पोरेटाइजेशन’ के फैसले के खिलाफ देशभर की 41 ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मटारियों के देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में हड़ताल पर हैं।

Published: 21 Aug 2019, 6:11 PM IST

मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ जहां देश भर की 41 ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों के करीब 82,000 कर्मचारी हड़ताल पर हैं, वहीं कई अधिकारी और संगठन भी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। इस देशव्यापी आन्दोलन के समर्थन में महाराष्ट्र के पुणे की खड़की में स्थित एम्यूनिशन फैक्टरी, खड़की में ही एक्सप्लोजिव फैक्टरी और देहू रोड स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में लेबर यूनियन ने हड़ताल का आयोजन किया है। इन तीनों कंपनियों के आस-पास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

Published: 21 Aug 2019, 6:11 PM IST

गौरतलब है कि मोदी सरकार ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) में निगमीकरण या पीएसयू व्यवस्था लागू करने पर विचार कर रही है। लेकिन इन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मचारियों में इसको लेकर भय है। कर्मचारियों को मानना है कि सरकार ओएफबी का कॉर्पोरेटाइजेशन कर रही है। हालांकि, सरकार का कहना है कि निगमीकरण से ओएफबी अन्य कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेगी और इ सेना को विश्व स्तरीय रक्षा उपकरण मिलेगा।

Published: 21 Aug 2019, 6:11 PM IST

हालांकि, मजदूर संगठनों का कहना है कि सरकार के इस कदम से उनकी जॉब गारंटी पर खतरा होगा और सरकार का ओएफबी पर नियंत्रण प्रभावित होगा। इन मजदूरों का नेतृत्व कर रहे भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ (बीएमपीएस) के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को रालेगण सिद्धी जाकर समाजसेवी अन्ना हजारे से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं के बारे में बताया। संगठन नेताओं को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में कुछ नेता हड़ताली कर्मचारियों से मुलाकात कर सकते हैं।

Published: 21 Aug 2019, 6:11 PM IST

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: 21 Aug 2019, 6:11 PM IST