राजनीति

छत्तीसगढ़ में बीजेपी को राष्ट्रध्वज के रंगों से परेशानी, राशन दुकानों को तिरंगे में रंगने के विरोध में उतरी

छत्तीसगढ़ में राशन दुकानों को तिरंगे के रंग में रंगने के फैसले ने राज्य की सियासत को गरमा दिया है। बीजेपी जहां कांग्रेस की सरकार पर राशन दुकानों का कांग्रेसीकरण करने का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को सद्बुद्घि देने की ईश्वर से कामना की है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

छत्तीसगढ़ के खाद्य विभाग ने राशन दुकानों में एकरूपता लाने के मकसद से सभी दुकानों को एक रंग अर्थात तिरंगे के रंग में रंगने का फैसला किया है। इस संदर्भ में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की ओर से जारी आदेश में नागरिकों की सुविधा के लिए प्रदेश के सभी उचित मूल्य की दुकानों में एकरूपता लाने के साथ ही साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था और सुरक्षा के समुचित इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।

Published: 22 Nov 2019, 6:13 PM IST

उचित मूल्य की राशन दुकानों को तीन रंगों में रंगने के लिए किस तरह से पुताई होगी, इसका मॉडल प्रारूप भी प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को भेजा गया है। राशन दुकानों की रंगाई का काम पूरा होने के प्रमाणीकरण के लिए जिला कलेक्टरों तक दुकानों की तस्वीरें भेजी जाएंगी, जहां से वे विभाग प्रमुख तक आएंगी। साथ ही दुकानों के बाहर दुकानों पर उपलब्ध भंडारण का ब्यौरा भी दर्ज किया जाएगा।

Published: 22 Nov 2019, 6:13 PM IST

सरकार के इस फैसले के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता रमन सिंह का कहना है, "तमाम योजनाओं का सरकारीकरण किया जा रहा है और यह राजनीतिकरण का प्रयास है। राशन दुकानों की तिरंगे के रंग में पुताई हो रही है, जो निश्चित रूप से गलत परंपरा और परिपाटी को लाने का प्रयास है।"

बीजेपी नेता के बयान पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा, "तिरंगा इस देश की आन-बान-शान है। तिरंगा न उनको आजादी के समय मंजूर था और न आज मंजूर है। कांग्रेस का विरोध करते करते देश और संविधान का विरोध करने वालों को ईश्वर सद्बुद्घि दें। हे राम!"

Published: 22 Nov 2019, 6:13 PM IST

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी रमन सिंह के बयान पर पलटवार किया है। अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा, "तिरंगे का विरोध मतलब देश और संविधान का विरोध है। तिरंगे का विरोध उन सभी वीर सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है, जिन्होंने तिरंगे की खातिर अपनी जान दी। ऐसा तुच्छ बयान देकर डॉ. रमन सिंह ने अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है, जो उनकी मातृ संस्था का विचार है। दुखद।"

Published: 22 Nov 2019, 6:13 PM IST

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Published: 22 Nov 2019, 6:13 PM IST