
अफगानिस्तान पर हवाई हमले की बात को पाकिस्तान ने सिरे से खारिज किया है। पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने सरकारी मीडिया के हवाले से मंगलवार को कहा कि अफगान तालिबान के आरोप सरासर गलत हैं।
खास बात ये है कि बयान अफगान तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद के उस एक्स पोस्ट के बाद आया है जिसमें उन्होंने "सही समय पर सही जवाब" देने की कसम खाई थी।
पाकिस्तानी मिलिट्री मीडिया विंग हेड का यह बयान अफगान तालिबान प्रवक्ता के आरोपों से इतर है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा था कि पाकिस्तान ने खोस्त, कुनार और पक्तिका प्रांतों पर हमला किया और अब अफगानिस्तान इसका जवाब जरूर देगा। मुजाहिद ने कड़े शब्दों में इस हमले की निंदा करते हुए बताया कि कायराना स्ट्राइक में 9 मासूम बच्चों संग 10 की जान चली गई।
सरकारी ब्रॉडकास्टर पाकिस्तान टीवी के मुताबिक, प्रवक्ता चौधरी ने अफगानिस्तान के अंदर हमले करने के दावों को गलत बताया। उनके हवाले से कहा गया, "पाकिस्तानी आर्मी ने अफगानिस्तान के अंदर आम लोगों पर हमला नहीं किया है।"
दम भरा, "जब भी पाकिस्तान किसी पर हमला करता है, तो वह इसकी घोषणा करता है। हमारे हिसाब से, कोई अच्छा या बुरा तालिबान नहीं होता," और कहा कि आतंकवादियों में "कोई फर्क नहीं" है।
जनरल चौधरी ने कहा, "तालिबान सरकार को एक स्टेट के तौर पर फैसले लेने चाहिए, न कि नॉन-स्टेट एक्टर के तौर पर।" हाल के दिनों में अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान के रिश्तों में तल्खी आई है।
पाकिस्तान ने मांग की है कि काबुल के शासक बॉर्डर पार आतंकवाद को रोकने के लिए कार्रवाई करें, तो अफगान तालिबान इन आरोपों को सिरे से खारिज करता रहा है।
अक्टूबर में दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर झड़पों के बाद शांति वार्ता को लेकर बैठकें हुईं; दोनों पक्ष दोनों देशों के बीच लंबे समय तक शांति और स्थिरता के लिए तरीकों पर काम करने की कोशिश में मिले थे। दोनों पक्ष के बीच कई दौर की बातचीत बेनतीजा रही हैं।
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अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस पर बांग्लादेश की दर्दनाक हकीकत बयां करती रिपोर्ट सामने आई है। स्थानीय मीडिया ने मंगलवार को एक खौफनाक आंकड़ा पेश किया। बताया कि 2025 के पहले नौ महीनों में ही 663 महिलाओं का रेप हुआ। हर साल 25 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस मनाया जाता है।
ढाका के ह्यूमन राइट्स सपोर्ट सोसाइटी (एचआरएसएस) ने एक आंकड़ा जारी किया है। इसमें महिला हिंसा की खतरनाक तस्वीर पेश की गई है। बताया गया है कि कैसे कानून-व्यवस्था का गलत इस्तेमाल कर महिला अत्याचार में बढ़ोतरी हो रही है। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप महिला अधिकारों को रोकने में असफल रही है।
ढाका ट्रिब्यून से बात करते हुए सुल्ताना कमाल ने दावा किया कि बताई गई संख्या देश भर में हो रही बड़े पैमाने पर हिंसा का सिर्फ एक हिस्सा है।
उन्होंने कहा, हमें बलात्कार और ज्यादती का पता तभी चल पाता है जब वो मीडिया तक पहुंचती है, ज्यादातर तब जब कोई हत्या होती है या फिर कोई जघन्य अपराध होता है। कई मामले हैं जो सामने आ ही नहीं पाते। अभी जो हम देख पा रहे हैं वो काफी खौफनाक है।
सुल्ताना मानती हैं कि रेप और यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामले दर्शाते हैं कि महिला अधिकारों और उनके सम्मान को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "एक आजाद मुल्क जहां सबको अपने इतिहास और संस्कृति पर नाज है, वहां मात्र नौ महीनों में 600 से ज्यादा महिलाओं का बलात्कार शर्मनाक है। ये बताता है कि हमारा परिवार, समाज और पूरा देश महिलाओं की कितनी अनदेखी करता है।"
सुल्ताना के अनुसार अपराधी बेखौफ हैं; उन्हें अपराध के बाद दोषी ठहराए जाने का खौफ नहीं है। सजा से बच जाने का भरोसा उन्हें हिम्मत दे रहा है। उन्होंने कहा, "पहले अपराधियों के अंदर खौफ था। उन्हें लगता था कि अगर ऐसे अपराध किए तो सजा तय होगी, लेकिन अब उससे वो आजाद हैं। जब महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ ठोस फैसला नहीं लिया जाता तो हिंसा जारी रहती है। ये महिला के सम्मान और उसकी पवित्रता पर सीधा हमला होता है।"
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तीन बहनों ने अदियाला जेल के बाहर उन पर और खान के समर्थकों पर पिछले सप्ताह हुए ‘बर्बर’ पुलिस हमले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
जेल में बंद इमरान खान की बहनों - नोरीन नियाजी, अलीमा खान और डॉ. उजमा खान को अपने भाई से मिलने की अनुमति नहीं दी गयी थी। उसके बाद खान की बहनों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अन्य सदस्यों के साथ अदियाला जेल के बाहर डेरा डाल दिया था।
वे एक महीने से जेल के बाहर बैठे थे। इसी दौरान पुलिसकर्मियों ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें बेरहमी से पीटा। पार्टी ने सवाल किया कि क्या इमरान खान से मुलाकात की मांग करना कार्यकर्ताओं का अपराध था।
पंजाब प्रांत के पुलिस प्रमुख उस्मान अनवर को लिखे पत्र में खान की बहनों ने कहा कि हिंसा क्रूर और सुनियोजित थी तथा पुलिसकर्मियों द्वारा बिना उकसावे के की गई।
इमरान खान की बहन नोरीन नियाजी ने कहा, ‘‘ हमने उनके (खान के) स्वास्थ्य स्थिति को लेकर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया। हमने न तो सड़कें जाम कीं, न ही सार्वजनिक आवाजाही में बाधा डाली, और न ही किसी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल हुए। फिर भी, बिना किसी चेतावनी या उकसावे के क्षेत्र की स्ट्रीट लाइट अचानक बंद कर दी गईं, जिससे वहां अंधेरा छा गया। इसके बाद पंजाब पुलिस के कर्मियों द्वारा हम पर क्रूर और सुनियोजित हमला किया गया। ’’
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रूस ने मंगलवार तड़के यूक्रेन की राजधानी कीव में आवासीय भवनों और ऊर्जा ढांचों को निशाना बनाते हुए सिलसिलेवार हमले किये।
वीडियो फुटेज और स्थानीय अधिकारियों से मिली जानकारी में यह बात सामने आई।
मेयर विटाली कित्श्को ने बताया कि मध्य पेचेर्स्क जिले में एक आवासीय इमारत और कीव के पूर्वी जिले द्निप्रोव्स्की में एक अन्य आवासीय इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
‘टेलीग्राम’ पर पोस्ट किए गए वीडियो फुटेज में द्निप्रोव्स्की की नौ मंजिला इमारत की कई मंजिलों में भीषण आग लगती हुई दिखाई दे रही है।
कीव शहर प्रशासन के प्रमुख तिमोर तकाचेंको ने बताया कि कम से कम चार लोग घायल हुए हैं।
यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय ने बताया कि ऊर्जा अवसंरचना को नुकसान पहुंचा है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि नुकसान किस प्रकार का है और कितना है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि रूसी वायु रक्षा बलों ने क्रीमिया सहित विभिन्न रूसी क्षेत्रों के ऊपर रात भर में 249 यूक्रेनी ड्रोन नष्ट किए। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इनमें से ज्यादातर ड्रोन (116) काला सागर के ऊपर मार गिराए गए।
ये हमले रविवार को जिनेवा में अमेरिका और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के बीच अमेरिका-रूस की मध्यस्थता वाली शांति योजना पर हुई बातचीत के बाद हुए।
यूक्रेनी पक्ष के एक प्रतिनिधि ओलेक्सांद्र बेव्ज ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि बातचीत ‘काफी रचनात्मक’ रही और दोनों पक्ष ज़्यादातर बिंदुओं पर चर्चा करने में सफल रहे। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार को कहा कि उन्होंने नई योजना नहीं देखी है।
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