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त्रिपुरा में कोरोना संक्रमित नहीं होने के बाद भी व्यक्ति का बहिष्कार, 5 हजार लोगों ने घर में जाने से रोका 

पश्चिम त्रिपुरा की जिला स्वास्थ्य अधिकारी संगीता चक्रवर्ती ने कहा कि पांच हजार से अधिक लोगों ने देबनाथ को अपने घर में प्रवेश करने से रोका। पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने उसके पड़ोसियों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन वे अधिक उत्तेजित हो गए और उन्होंने हमें भी परेशान करने का प्रयास किया।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

त्रिपुरा में कोविड-19 संक्रमण की जांच में संक्रमित नहीं होने के बाद भी एक व्यक्ति का समाज ने बहिष्कार कर दिया। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। कोरोना वायरस की टेस्टिंग में रिपोर्ट के नेगेटिव आने के बाद भी एक 37 वर्षीय व्यक्ति के पड़ोसियों ने उसे उसके ही घर में प्रवेश नहीं करने दिया, जिसके बाद उसे जबरन त्रिपुरा स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा स्थापित किए गए क्वारंटाइन सेंटर में जाना पड़ा।

Published: 12 May 2020, 11:59 AM IST

असम में फंसे गोबिंदा देबनाथ ने 30 हजार से अधिक रुपये खर्च करके एक कार किराए पर ली और तीन दिन बाद अंत में त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के बाहरी इलाके में स्थित जॉयनगर में अपने निवास पर पहुंचे।

अगरतला में एक मैकेनिकल वर्कशॉप पर काम करने वाले देबनाथ हाल ही में अपने पिता के साथ गुवाहाटी गए थे। जब वह जॉयनगर स्थित अपने निवास पर रविवार रात पहुंचे, तो उनके लिए एक नया संघर्ष शुरू हो गया।

Published: 12 May 2020, 11:59 AM IST

पश्चिम त्रिपुरा की जिला स्वास्थ्य अधिकारी संगीता चक्रवर्ती ने कहा, “पांच हजार से अधिक लोगों ने देबनाथ को अपने घर में प्रवेश करने से रोका। पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने उसके पड़ोसियों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन वे अधिक उत्तेजित हो गए और उन्होंने हमें भी परेशान करने का प्रयास किया।”

उन्होंने कहा, “हमने कई घंटों तक लोगों को समझाया कि देबनाथ का टेस्ट कराया गया है और वह कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त नहीं हैं, लेकिन स्थानीय लोग बात सुनने को तैयार ही नहीं थे।” संगीता ने कहा, “कोई अन्य विकल्प नहीं होने के कारण हम देबनाथ को रविवार देर रात स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एसआईपीएआरडी) के संस्थागत इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर में ले गए।”

Published: 12 May 2020, 11:59 AM IST

स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, “देबनाथ को उनके अपने ही घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को ताक पर रखकर बड़ी संख्या में पास के लोग भीड़ बनाकर इकट्ठा हो गए।” गोबिंदा देबनाथ की गर्भवती पत्नी मम्पी देबनाथ ने स्थिति को भांपते हुए अपने पति को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन जाने की सहला दी। दंपति की एक किशोर बेटी भी है।

पूरे विवाद से आश्चर्यचकित हुए वर्तमान में इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रह रहे देबनाथ ने कहा, “मुझे कोरोना संक्रमण नहीं है, लेकिन फिर भी सभी ने मेरे ही घर में मुझे प्रवेश करने से रोका और दूर जाने को कहा। ऐसे में मैं क्या कह और कर सकता हूं?”

Published: 12 May 2020, 11:59 AM IST

गौरतलब है कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या भारत में 70 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है। देश की राजधानी दिल्ली में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या सोमवार को 7,233 पहुंच गई है जबकि 73 लोगों की इस भयानक महामारी की वजह से मौत हो चुकी है।

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(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

Published: 12 May 2020, 11:59 AM IST

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Published: 12 May 2020, 11:59 AM IST